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North East Flood: उत्तर पूर्व में बाढ़ का कहर! असम के बाढ़ पीड़ितों की दर्दनाक स्थिति और राहत कार्य की चुनौती

North East Flood : असम से लेकर सिक्किम मणिपुर त्रिपुरा मिजोरम नागालैंड तक पूरा उत्तर पूर्व इस समय प्राकृतिक आपदा की चपेट में है। भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन ने यहां के लोगों की जिंदगी को मुश्किल बना दिया है। इस गंभीर स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया।

प्रधानमंत्री का सहयोग का भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग के साथ फोन पर बातचीत की। उन्होंने मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से भी स्थिति की जानकारी ली। पीएम मोदी ने केंद्र की तरफ से हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया और राहत कार्यों को मजबूत करने का आश्वासन दिया।

असम में बाढ़ की गंभीर स्थिति

असम में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक जिलों के 5.35 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी प्रधानमंत्री को राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी और केंद्र से सहयोग मांगा।

अन्य राज्यों की स्थिति

असम के अलावा अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा और नागालैंड में भी बाढ़ और भूस्खलन से जानमाल का नुकसान हुआ है। सिक्किम में सेना के कैंप पर भूस्खलन हुआ जिसमें तीन लोगों की मौत हुई। मणिपुर में करीब 20 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और वहां राहत शिविर बनाए गए हैं। त्रिपुरा में भारी बारिश के चलते अलर्ट जारी किया गया है और कई लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।

प्राकृतिक आपदा से निपटने के प्रयास

पूरे उत्तर पूर्व में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से हालात बहुत चिंताजनक हैं। राज्य सरकारें और केंद्र मिलकर राहत और पुनर्वास कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सक्रियता और समय पर सहायता से प्रभावित लोगों को राहत मिल रही है। लोगों से भी सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।

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