भारत दौरे पर पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री Rishi Sunak, PM Modi और वित्त मंत्री Sitharaman से की मुलाकात

पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री Rishi Sunak इन दिनों भारत दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने PM Modi से मुलाकात की। इस मुलाकात में उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति और दोनों बेटियां भी मौजूद रहीं। पीएम मोदी ने ऋषि सुनक और उनके परिवार से गर्मजोशी से मुलाकात की और इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर इस भेंट की तस्वीरें साझा कीं।
पीएम मोदी से मुलाकात:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषि सुनक के साथ हुई बातचीत को बेहद उपयोगी और सकारात्मक बताया। पीएम मोदी ने कहा, “पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनके परिवार से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमने कई विषयों पर शानदार चर्चा की। सुनक भारत के बहुत अच्छे मित्र हैं और भारत-ब्रिटेन संबंधों को और मजबूत बनाने के इच्छुक हैं।”
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत जारी है। दोनों नेताओं ने भारत-यूके संबंधों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया।
It was a delight to meet former UK PM, Mr. Rishi Sunak and his family! We had a wonderful conversation on many subjects.
Mr. Sunak is a great friend of India and is passionate about even stronger India-UK ties.@RishiSunak @SmtSudhaMurty pic.twitter.com/dwTrXeHOAp
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2025
संसद भवन का दौरा:
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले ऋषि सुनक ने अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति और दोनों बेटियों के साथ भारतीय संसद भवन का दौरा किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति भी उनके साथ मौजूद थीं। लोकसभा महासचिव उत्तपल कुमार सिंह ने उनका स्वागत किया।
ऋषि सुनक ने संसद भवन के गैलरी, चैंबर और संविधान हॉल का भ्रमण किया। उन्होंने संसद भवन की भव्यता और वास्तुकला की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की यह इमारत ऐतिहासिक महत्व रखती है और यह भारत की विविधता व समृद्ध परंपरा को दर्शाती है।
यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री श्री ऋषि सुनक ने आज अपने परिवार के साथ भारत के संसद भवन का भ्रमण किया।
श्री सुनक ने संसद भवन की भव्य दीर्घाओं व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के साथ संविधान सदन का भी अवलोकन किया, तथा भारत के संसदीय लोकतंत्र की विरासत के बारे में निकटता से जानकारी… pic.twitter.com/bO2GFu0vLZ— Om Birla (@ombirlakota) February 18, 2025
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बैठक:
पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत और ब्रिटेन के बीच वित्तीय सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा हुई।
वित्त मंत्रालय ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, “केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज नई दिल्ली में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बाजार आधारित वित्तीय संबंधों को मजबूत करने और आर्थिक वृद्धि को तेज करने के लिए संभावित नए अवसरों पर चर्चा की।”
Union Minister for Finance & Corporate Affairs Smt. @nsitharaman met with Mr. @RishiSunak, United Kingdom’s ex-PM and Member of Parliament, in New Delhi, today.
Both leaders discussed potential new avenues to strengthen market-based financial ties and drive economic growth.… pic.twitter.com/yVOcjq0hqx
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) February 18, 2025
जी-7 और कॉमनवेल्थ पर चर्चा:
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि जी-7 जैसे वैश्विक मंचों पर भारत और ब्रिटेन मिलकर काम कर सकते हैं। निर्मला सीतारमण ने कॉमनवेल्थ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसे जी-7 एजेंडे में शामिल किया जाना चाहिए ताकि वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) को अधिक लाभ मिल सके।
भारत दौरे के अन्य कार्यक्रम:
ऋषि सुनक भारत के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं और भारत की सांस्कृतिक विविधता को नजदीक से देख रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के प्रमुख स्थलों के अलावा अन्य ऐतिहासिक जगहों का भी दौरा किया। उन्होंने भारतीय समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था को लेकर अपने विचार साझा किए और दोनों देशों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
भारत-ब्रिटेन संबंधों की मजबूती पर जोर:
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते ऋषि सुनक भारत-ब्रिटेन संबंधों को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनके अनुसार, भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं और आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी।
ऋषि सुनक की इस भारत यात्रा को भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात के बाद यह साफ हो गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।