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सीमापार कब्रिस्तान बना आतंक का अड्डा! Operation Sindoor ने उजागर की दहशत की दास्तान

Operation Sindoor: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अपने इतिहास का एक सख्त और निर्णायक कदम उठाया। इसका नाम था ऑपरेशन सिंदूर। यह कार्रवाई 7 मई को शुरू हुई जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान में छिपे आतंकियों के अड्डों पर सटीक हमले किए। भारत ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है। इन ठिकानों में लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों के मुख्य केंद्र भी शामिल थे। अब इन हमलों के सबूत भी सामने आने लगे हैं जिससे भारत के दावे की पुष्टि हो रही है।

बहावलपुर में आतंकियों की कब्रों ने खोला राज

हाल ही में बहावलपुर से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें 21 आतंकियों की कब्रें दिखाई दे रही हैं। इन कब्रों में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिजनों की कब्रें भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि ये सभी आतंकी भारत के ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे। इन तस्वीरों को देखकर साफ कहा जा सकता है कि भारतीय सेना का हमला कितना असरदार रहा। बहावलपुर की इन कब्रों ने पाकिस्तान के झूठ को भी उजागर कर दिया है जो पहले भारत की कार्रवाई से इनकार करता रहा।

सीमापार कब्रिस्तान बना आतंक का अड्डा! Operation Sindoor ने उजागर की दहशत की दास्तान

नए दस्तावेजों से खुलासा हुआ ऑपरेशन की गहराई का

अब पाकिस्तान से एक दस्तावेज सामने आया है जो इस हमले की गहराई और दायरे को दिखाता है। इस दस्तावेज में ऐसे सात और स्थानों का उल्लेख है जिन पर भारत ने हमले किए थे लेकिन जिनका नाम पहले सामने नहीं आया था। इनमें पेशावर के कई हिस्से अटक बहावलनगर छोर हैदराबाद गुजरात और झंग शामिल हैं। इसका मतलब है कि भारत ने केवल सीमित नहीं बल्कि रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमले किए थे।

पाकिस्तान का जवाब और भारत की दूसरी कार्रवाई

भारत की इस कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने 8 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना ने तुरंत पलटवार करते हुए पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ढांचों को भारी नुकसान पहुंचाया। इसमें पाकिस्तान की वायुसेना के अड्डे एयर डिफेंस सिस्टम कमांड और कंट्रोल सेंटर और रडार साइटें शामिल थीं। पाकिस्तान की ये जवाबी कोशिश बुरी तरह विफल रही और अंत में उसे डीजीएमओ स्तर पर बातचीत की मांग करनी पड़ी।

भारत ने किन ठिकानों को बनाया निशाना

भारत की ओर से मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के मरकज तैयबा बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मरकज सुबहान अल्लाह और सियालकोट में हिज्बुल मुजाहिदीन का मेहमूना जोया जैसे ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके अलावा मुजफ्फराबाद के शवाई नाले में लश्कर के शिविर और बर्नाला में मरकज अहले हदीस पर भी हमले किए गए। यह हमले लंबी दूरी की हथियारों और ड्रोन के ज़रिए किए गए जो भारत की नई सैन्य रणनीति को दर्शाते हैं।

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