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International Women’s Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कई महत्वपूर्ण पहलें कीं।

आज देशभर में International Women’s Day के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया। पीएम मोदी ने इस दिन अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपने का ऐलान किया, और इसके तहत कई पोस्ट किए गए। इस अवसर पर एक खास पोस्ट पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट (जो अब X पर है) से शेयर की गई, जिसमें डॉ. अंजलि अग्रवाल, जो कि ‘समर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी’ की संस्थापक हैं, ने अपना संदेश दिया।

समर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक डॉ. अंजलि अग्रवाल का संदेश

डॉ. अंजलि अग्रवाल ने लिखा, “नमस्ते इंडिया और हैप्पी वुमन डे। मैं डॉ. अंजलि अग्रवाल, ‘समर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी’ की संस्थापक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया हैंडल को आज संभालने का गौरव प्राप्त कर रही हूं। मेरा उद्देश्य है कि हम बदलाव की एक चिंगारी जगाएं और हर महिला को समानता और स्वतंत्रता के साथ जीवन जीने का अधिकार दें।”

उन्होंने आगे कहा, “हमें किसी भी प्रकार के भेदभाव और प्रतिबंधों को भूलकर एक ‘सुलभ भारत’ की दिशा में काम करना चाहिए। महिलाओं को सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए, ताकि वे अपनी जीवन यात्रा को बिना किसी रुकावट के सशक्त तरीके से आगे बढ़ा सकें।”

महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की पहल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “हमारे लिए महिला सशक्तिकरण केवल एक शब्द नहीं, बल्कि यह हमारी सरकार की नीति का हिस्सा है। हम हमेशा से महिलाओं के उत्थान के लिए काम करते रहे हैं, और यह हमारे विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में स्पष्ट दिखाई देता है।”

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि इस महिला दिवस के अवसर पर उनका सोशल मीडिया अकाउंट आज महिलाओं द्वारा ही संचालित किया जाएगा, जिनकी उपस्थिति विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है। यह एक सशक्त संदेश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में सम्मान और अवसर मिल रहे हैं।

लखपति दीदी कार्यक्रम और महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका

आज प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के नवसारी में ‘लखपति दीदी’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में होगी। खास बात यह है कि गुजरात पुलिस ने महिला दिवस के अवसर पर पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए 3000 महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। यह कदम महिला पुलिसकर्मियों की क्षमता और सशक्तिकरण का प्रतीक है।

गुजरात पुलिस की इस पहल में कुल 2,145 महिला कांस्टेबल, 61 महिला इंस्पेक्टर, 197 महिला पीएसआई, 19 महिला डिप्टी एसपी, 5 महिला एसपी और एक महिला डीआईजी शामिल हैं। ये महिला पुलिसकर्मी प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात दौरे के दौरान उनके सुरक्षा कार्यों का नेतृत्व करेंगी, जिसमें पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर लैंडिंग से लेकर सार्वजनिक सभा स्थल तक की यात्रा शामिल है।

गुजरात पुलिस का महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण कदम

गुजरात पुलिस द्वारा महिला पुलिसकर्मियों को पीएम मोदी की सुरक्षा का जिम्मा सौंपने को देश के लिए गर्व का पल माना जा रहा है। यह एक मजबूत संदेश भेजता है कि महिला सशक्तिकरण केवल शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जमीनी स्तर पर कार्यान्वित भी हो रहा है। महिला पुलिसकर्मियों का यह कदम इस बात का प्रतीक है कि वे न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करती हैं, बल्कि देश की सुरक्षा में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं।

इससे पहले, पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं और अपनी सरकार की योजनाओं के बारे में भी चर्चा की थी। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं, जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘महिला सम्मान योजना’, और ‘उज्ज्वला योजना’। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का प्रयास किया है।

नारी शक्ति का सम्मान

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने नारी शक्ति का सम्मान करते हुए कहा, “हमारे समाज में नारी का स्थान सर्वोपरि है। महिलाएं हमारे समाज के रीढ़ की हड्डी हैं। यह जरूरी है कि हम महिलाओं को समान अवसर और अधिकार प्रदान करें ताकि वे अपनी पूरी क्षमता को पहचान सकें और देश की प्रगति में योगदान दे सकें।”

प्रधानमंत्री मोदी के इस संदेश से यह स्पष्ट होता है कि महिला सशक्तिकरण केवल एक दिन के कार्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है, जो समाज और सरकार की साझी जिम्मेदारी है।

आज के इस ऐतिहासिक दिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन पहलें ने न केवल महिलाओं को सम्मानित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि महिला सशक्तिकरण में सरकार कितनी गंभीर है। महिला पुलिसकर्मियों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपने और सोशल मीडिया पर महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने से यह स्पष्ट है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और क्षमता से समाज की दिशा बदलने की शक्ति रखती हैं।

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