Indian Navy: INS तमाल की एंट्री से थर्राया पड़ोसी, भारत के इस नए जंगी जहाज में छिपा है समंदर का शेर

Indian Navy के लिए 2 जुलाई 2025 का दिन ऐतिहासिक बन गया जब अत्याधुनिक युद्धपोत INS तमाल को रूस के कालिनिनग्राद शहर में भारतीय नौसेना में औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया। इस खास मौके पर वेस्टर्न नेवल कमांड के प्रमुख वाइस एडमिरल संजय जे. सिंह भी मौजूद रहे। भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से बने इस युद्धपोत में 33% स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। इसकी तैनाती अरब सागर और पाकिस्तान के कराची पोर्ट के पास भारत की सुरक्षा को और भी मज़बूत बनाएगी।
‘तमाल’ नाम का पौराणिक रहस्य और सैनिकों की पहचान
INS तमाल का नाम पौराणिक गाथाओं से प्रेरित है। यह नाम देवराज इंद्र की दिव्य तलवार ‘तमाल’ पर आधारित है। युद्धपोत का प्रतीक भी अद्वितीय है जिसमें रामायण के महाबली योद्धा जांबवंत और रूस के ब्राउन बियर को दर्शाया गया है। इसके सैनिक खुद को ‘द ग्रेट बियर्स’ कहते हैं और इसका आदर्श वाक्य है – ‘सर्वदा सर्वत्र विजय’, यानी हर जगह और हर समय विजय।
Forged for Power; Built for Precision. ⚓️🇮🇳
Get ready to witness the rise of a new sentinel 🌊#INSTamal – the latest frigate, forged with stealth 🛡️, strength 💪 & next-gen tech.
Coming Soon
🗓️ 01 July 2025#IndianNavy #CombatReady@IndianNavy @IN_WNC @IN_HQENC @IN_HQSNC pic.twitter.com/fDrQWspSVJ— IN (@IndiannavyMedia) June 24, 2025
पाकिस्तान को क्यों डराने लगा है INS तमाल?
INS तमाल एक स्टील्थ मल्टीरोल वॉरशिप है जिसे रडार से बचने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें ब्राह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, भारी टॉरपीडो, एंटी-सबमरीन रॉकेट, 100 mm गन और साधन संपन्न रडार सिस्टम लगाए गए हैं। इसकी लंबाई 125 मीटर और वजन 3900 टन है और यह 55 किमी/घंटा की रफ्तार से समुद्र में दौड़ सकता है। इसकी मारक क्षमता इतनी ज़बरदस्त है कि दुश्मन तटों तक हमला करने में सक्षम है, जिससे पाकिस्तान खासा घबराया हुआ है।
समुद्र, आकाश और तकनीक में बेजोड़
INS तमाल में हेलीकॉप्टर संचालन की सुविधा भी है जिससे यह हवाई अभियानों में भी उपयोगी हो जाता है। इसमें लगी इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर टेक्नोलॉजी और नेटवर्क बेस्ड कॉम्बैट सिस्टम इसे अत्याधुनिक बनाते हैं। इसकी संरचना इतनी उन्नत है कि यह दुश्मन के S-500 एयर डिफेंस सिस्टम से भी सुरक्षित है। यह इसे समुद्री युद्ध में लगभग अजेय बनाता है।
‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक मजबूत कदम
INS तमाल भारत और रूस के बीच वर्षों से चली आ रही रक्षा साझेदारी का बेहतरीन उदाहरण है। इसमें लगे 33% स्वदेशी उपकरण ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच को आगे बढ़ाते हैं। यह युद्धपोत न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत है, बल्कि यह भारत की रणनीतिक शक्ति को वैश्विक मंच पर और सशक्त बनाने वाला है। यह भारत की समुद्री सीमाओं की रक्षा करेगा और दुश्मनों के इरादों को समुद्र में ही नेस्तनाबूद कर देगा।