Himanta Biswa Sarma: पाकिस्तान के खिलाफ सीएम सरमा की तीखी टिपण्णी! बलोचिस्तान आंदोलन का क्या होगा असर?

Himanta Biswa Sarma: पाहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ी तनाव के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान पर जमकर हमला किया। उन्होंने पाकिस्तान के लिए एक संवेदनशील मुद्दा उठाया और बलोचिस्तान आंदोलन की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने बलोचिस्तान आंदोलन की तारीफ की
मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पाकिस्तान को घेरते हुए बलोचिस्तान आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बलोचिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन 1947-48 के दौरान शुरू हुआ था जब कलात रियासत ने ब्रिटिश साम्राज्य के अंत के बाद अपनी संप्रभुता बनाए रखने की कोशिश की थी।
The Balochistan freedom movement traces its roots to the tumultuous events of 1947–1948, when the princely state of Kalat, representing much of what is today Balochistan, sought to maintain its sovereignty after the end of British colonial rule. Despite initial negotiations for…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 27, 2025
पाकिस्तान का काला इतिहास उजागर किया
मुख्यमंत्री ने यह भी खुलासा किया कि 1948 में बलोचिस्तान को पाकिस्तान ने जबरन कब्जा कर लिया था। इसके बाद से बलोच लोगों में असंतोष और विद्रोह की भावना बढ़ी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा की गई सांस्कृतिक और आर्थिक उपेक्षा ने बलोच आंदोलन को और मजबूत किया।
नवाब अकबर बुग्ती की हत्या का जिक्र
मुख्यमंत्री सरमा ने नवाब अकबर बुग्ती की 2006 में हुई हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि इसने बलोचिस्तान आंदोलन में एक नया मोड़ लिया। बलोच लोगों ने अपनी अस्मिता और स्वतंत्रता की मांग को फिर से जोर-शोर से उठाया। यह हत्या बलोचिस्तान आंदोलन के लिए एक दर्दनाक अध्याय बन गई।
कांग्रेस सांसद से तीखी बहस
पाहलगाम हमले के बाद मुख्यमंत्री सरमा ने पाकिस्तान पर लगातार हमला करना शुरू कर दिया। इसी बीच रविवार को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान जाने को लेकर उनकी तीखी बहस हुई। मुख्यमंत्री ने तीन सवाल पूछे जिससे बहस और बढ़ गई और गोगोई ने भी सवालों का जवाब दिया।