Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा में चार बसों की टक्कर, 36 घायल – कैसे हुआ हादसा? जानिए पूरी कहानी

Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो चुकी है और हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हो रहे हैं। इसी बीच शनिवार को रामबन जिले के चंद्रकोट लंगर स्थल के पास एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। पहलगाम की ओर जा रहे श्रद्धालुओं के काफिले की चार बसें आपस में टकरा गईं। इस हादसे में 36 यात्री घायल हो गए। यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और राहत कार्य शुरू किया गया।
ब्रेक फेल होने से हुआ हादसा, अन्य बसें भी चपेट में आईं
अधिकारियों के अनुसार इस दुर्घटना का मुख्य कारण एक बस के ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। बस ने नियंत्रण खो दिया और सामने जा रही बस से जा टकराई, जिसके बाद पीछे से आ रही दो अन्य बसें भी इससे टकरा गईं। एक के बाद एक टक्कर की वजह से काफी नुकसान हुआ। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। मौके पर स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत मोर्चा संभाला।
#WATCH | The last vehicle of the Pahalgam convoy lost control and hit stranded vehicles at the Chanderkot Langer site, damaging 4 vehicles and causing minor injuries to 36 Yatris. The injured have been immediately shifted to DH Ramban: Deputy Commissioner (DEO), Ramban
(Visuals… pic.twitter.com/dZtrcFS6Bd
— ANI (@ANI) July 5, 2025
जिम्मेदार अफसर पहुंचे अस्पताल, यात्रियों को दी जा रही हर संभव मदद
जैसे ही दुर्घटना की सूचना मिली, रामबन के डीसी मोहम्मद एलियास खान, डीआईजी श्रीधर पाटिल, एसएसपी कुलबीर सिंह और एडीसी वरुणजीत सिंह तुरंत अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और डॉक्टरों को निर्देश दिए कि किसी भी मरीज की देखभाल में कोई कमी न हो। बाकी बचे यात्रियों को दूसरे वाहनों में स्थानांतरित कर आगे की यात्रा के लिए रवाना किया गया। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि यात्रा बिना किसी और बाधा के जारी रहेगी।
30 हजार श्रद्धालुओं ने अब तक किए बाबा बर्फानी के दर्शन
भारी बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। शनिवार को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से 6,900 से ज्यादा श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर हिमालय की अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुए। अब तक लगभग 30 हजार श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। चौथे जत्थे में 5,196 पुरुष, 1,427 महिलाएं, 24 बच्चे, 331 साधु-साध्वियां और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं। यह जत्था दो अलग-अलग काफिलों में सुबह 3.30 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ।
सुरक्षा के घेरे में हो रही अमरनाथ यात्रा, RFID से निगरानी
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद इस बार अमरनाथ यात्रा सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजामों के बीच हो रही है। जम्मू शहर में 34 रिहायशी केंद्र बनाए गए हैं और यात्रियों को रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग दिए जा रहे हैं ताकि हर एक यात्री की निगरानी की जा सके। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस यात्रा का औपचारिक शुभारंभ किया था। प्रशासन का उद्देश्य है कि श्रद्धालु सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकें।