शिवसेना ने Dhirendra Krishna Shastri के हिंदू ग्राम विचार पर हमला बोला! कहा- यह धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं

शिवसेना (UBT) ने अपनी मुखपत्र सामना में बाबा बागेश्वर Dhirendra Krishna Shastri पर हमला बोला है। शिवसेना ने शास्त्री के हिन्दू गांव बनाने के विचार को ‘शर्मनाक’ बताया है। सामना में लिखा गया है कि यह विचार हिन्दू संस्कृति को दुनिया में शर्मिंदा कर सकता है और देश में धार्मिक ध्रुवीकरण बढ़ा सकता है।
धार्मिक ध्रुवीकरण और वक्फ बिल
सामना में यह भी लिखा गया कि वक्फ बिल के कारण देश में धार्मिक ध्रुवीकरण हो रहा है। बीजेपी का हिन्दुत्व देश को बांटने की कोशिश कर रहा है और धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोग इसे और बढ़ा रहे हैं। शास्त्री का हिन्दू गांव बनाने का विचार इसी ध्रुवीकरण का हिस्सा है जो हिन्दू संस्कृति को नुकसान पहुंचा सकता है।
बीजेपी और धार्मिक हिंसा
लेख में यह आरोप लगाया गया कि बीजेपी हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है। रामनवमी के जुलूसों में हिंसा फैलाने के प्रयासों को बीजेपी के हिंदुत्व एजेंडे से जोड़ा गया है। इन जुलूसों में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नारेबाजी की गई जो भारतीय संविधान के खिलाफ है।
भारतीय संविधान और धर्म
सामना के संपादकीय में भारतीय संविधान का हवाला देते हुए यह कहा गया कि धर्म केवल व्यक्तिगत मामलों तक सीमित होना चाहिए और राज्य को इसके बाहरी मामलों से दूर रहना चाहिए। इसके अलावा संविधान किसी भी धर्म को राष्ट्रवाद से जोड़ने को नहीं मानता लेकिन जो इसका पालन करते हैं उन्हें ‘एंटी-हिंदू’ और ‘एंटी-नेशनल’ के रूप में ब्रांड किया जा रहा है।
हिंदुत्व और देश की एकता
शिवसेना ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी हिंदुत्व के नाम पर देश में नफरत और विभाजन फैला रही है। धीरेंद्र शास्त्री जैसे बाबाओं के बयान और उनके विचार जो हिंदू पाकिस्तान की अवधारणा को बढ़ावा देते हैं भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक हैं। इन विचारों से भारत का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।