Weather update: हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में अभी भी जारी है सर्दी का प्रकोप, दिल्ली-एनसीआर में तापमान में हल्की वृद्धि

Weather update: देश के अधिकांश राज्यों में अब सर्दी केवल सुबह और शाम के समय महसूस हो रही है, जबकि कुछ राज्यों में जैसे हिमाचल प्रदेश में अभी भी कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। दिल्ली-एनसीआर में दोपहर के समय धूप अच्छी तरह से पड़ रही है, लेकिन सुबह और शाम के वक्त ठंड का असर अभी भी महसूस किया जा रहा है। इस बीच, दिल्ली-एनसीआर में उत्तर-पश्चिमी हवा 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही है, जो सर्दी को और बढ़ा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, मध्य भारत में अगले दो दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान है। विभाग ने कहा है कि पूर्वी भारत में अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।
महाराष्ट्र में भी न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ 10 फरवरी से पश्चिमी क्षेत्र में असर डाल सकता है। इसके कारण तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में 8 से 11 फरवरी तक हल्की बारिश का अनुमान है। साथ ही, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश होने की संभावना है।
देश के मैदानी स्थानों में दर्ज किया गया न्यूनतम तापमान ($10 डिग्री सेल्सियस) 0830 बजे IST, 07.02.2025
Minimum Temperature (≤ 10° C) over the plains of the country observed till 0830 IST of 07.02.2025#IMD #WeatherUpdate #Weather #winters #IMDweatherforecast #mausam #mausm… pic.twitter.com/P0mHIqUcBy
— India Meteorological Department (@Indiametdept) February 7, 2025
होली से पहले हल्की सर्दी की वापसी की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, होली से पहले हल्की सर्दी की वापसी हो सकती है। हालांकि, आगामी दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है, जबकि मध्य भारत और कुछ अन्य हिस्सों में सर्दी का असर बढ़ सकता है।
उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप: यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में सर्दी जारी
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में ठंड अभी भी बनी हुई है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में सर्दी का असर जारी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में भी सुबह और शाम के वक्त ठंड महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान देश के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राजस्थान के फतेहपुर में रिकॉर्ड हुआ।
राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। राजस्थान के भीलवाड़ा में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस, चुरू में 5.6 डिग्री सेल्सियस, राजगढ़ में 6.6 डिग्री सेल्सियस, हरियाणा के नाहन में 7.1 डिग्री सेल्सियस और पंजाब के पटियाला में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया।
राजस्थान में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट
उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के प्रभाव के कारण राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के प्रमुख राधेश्याम शर्मा ने बताया कि शेखावाटी क्षेत्र के फतेहपुर में पिछले रात न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में राजस्थान में सर्दी की कोई विशेष लहर नहीं आएगी और तापमान में अगले 48 घंटों में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है।
दिल्ली-एनसीआर में हल्की धूप, लेकिन सर्दी बनी हुई है
दिल्ली-एनसीआर में दोपहर के समय अच्छी धूप पड़ रही है, जिससे दिन के तापमान में थोड़ी वृद्धि हो रही है, लेकिन सुबह और शाम के समय सर्दी का असर अभी भी कायम है। उत्तर-पश्चिमी हवा के प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर में हवा की गति 18 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास बनी हुई है, जो सर्दी को और बढ़ा रही है। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों में यहां भी न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ठंड का असर लगातार महसूस होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड का प्रभाव विभिन्न राज्यों में जारी रहने की संभावना है। उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी का असर बना रहेगा, जबकि दक्षिण भारत में हल्की बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी भारत में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। इसके बावजूद, आगामी दिनों में तापमान में वृद्धि और गिरावट दोनों का सिलसिला जारी रहेगा।