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New Delhi रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 की मौत, 30 घायल, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

New Delhi: शनिवार रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक भीषण भगदड़ के कारण 18 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब शिवगंगा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होने के बाद प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। भारतीय रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इस हादसे की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।

क्या हुआ था रात 8 बजे?

रिपोर्ट के अनुसार, जब शिवगंगा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रात 8 बजे रवाना हो गई, उसके बाद प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भारी भीड़ इकट्ठा होने लगी। प्लेटफॉर्म नंबर 12 से लेकर प्लेटफॉर्म नंबर 16 तक के रास्ते पूरी तरह से जाम हो गए थे। इस पर RPF के निरीक्षक ने स्टेशन निदेशक से विशेष ट्रेन को जल्दी चलाने की सलाह दी।

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के निरीक्षक ने पाया कि प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ के कारण यात्रियों के लिए यात्रा करना मुश्किल हो रहा था। उन्होंने रेलवे टीम से, जो हर घंटे 1500 टिकट बेच रही थी, तुरंत टिकट बिक्री बंद करने को कहा। हालांकि, इसके बावजूद भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता रहा।

New Delhi रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 की मौत, 30 घायल, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

कुंभ स्पेशल ट्रेन की अनाउंसमेंट से बढ़ी अफरातफरी

8:45 बजे के आसपास, स्टेशन पर एक घोषणा की गई कि कुंभ स्पेशल ट्रेन, जो प्रयागराज जा रही थी, प्लेटफॉर्म नंबर 12 से चलेगी। लेकिन कुछ समय बाद ही एक और घोषणा की गई कि यह ट्रेन अब प्लेटफॉर्म नंबर 16 से चलेगी। इस अचानक बदलाव के बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

यात्रियों ने पहले प्लेटफॉर्म नंबर 12 से 13 और फिर प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 15 तक का रास्ता तय करने के लिए फुट ओवरब्रिज 2 और 3 की सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। इस बीच, दूसरी ट्रेन के यात्री सीढ़ियों से नीचे आ रहे थे। दोनों दिशाओं में आ-जा रहे यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ मच गई और यह हादसा रात 8:48 बजे हुआ।

क्या था भगदड़ का कारण?

RPF रिपोर्ट में यह बताया गया है कि प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ के कारण और अचानक हुए रेल मार्ग परिवर्तन ने यात्रियों को भ्रमित कर दिया। यात्रियों ने समझा कि ट्रेन समय पर नहीं चल रही है, जिससे उनका डर और असमंजस और बढ़ गया। इसके कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।

सुरक्षा में हुए बदलाव और कड़े उपाय

इस हादसे के बाद, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए गए हैं।

  1. फुट ओवरब्रिज पर निगरानी बढ़ी: रेलवे स्टेशन पर अब बिना किसी वैध कारण के फुट ओवरब्रिज पर घूमने पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है। रेलवे सुरक्षा बल और अन्य सुरक्षा कर्मियों को इस नियम का पालन कराने के लिए तैनात किया गया है, ताकि यात्री प्लेटफॉर्म पर सुगम रूप से आ-जा सकें।

  2. प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों की निगरानी: प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों पर अब विशेष निगरानी रखी जा रही है। इन ट्रेनों के प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए टीमों का गठन किया गया है।

  3. भीड़-भाड़ को नियंत्रित करना: प्लेटफॉर्मों पर भीड़-भाड़ की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि हर घंटे की टिकट बिक्री पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ न हो।

  4. आपातकालीन सेवाओं का इंतजाम: घायलों के इलाज के लिए रेलवे अस्पतालों और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है। घायल यात्रियों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।

रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया

रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस हादसे पर गहरी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रेलवे मंत्रालय और भारतीय रेलवे सुरक्षा बल पूरी तरह से जांच कर रहे हैं, ताकि इस तरह के हादसों को भविष्य में रोका जा सके। हम मृतकों के परिवारों के साथ हैं और घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी और सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को कड़ा किया जाएगा।”

भविष्य में ऐसी घटनाओं को कैसे रोका जाएगा?

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ट्रेन संचालन के लिए पारदर्शी और सुव्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, यात्रियों को ट्रेन के सही प्लेटफॉर्म के बारे में पहले से ही सूचित किया जाएगा। प्लेटफॉर्म पर भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिक प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की जाएगी।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस घातक भगदड़ ने रेलवे सुरक्षा की कई अहम कमजोरियों को उजागर किया है। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सुरक्षा उपायों को सख्त किया है। लेकिन इसके बावजूद यह हादसा रेलवे की प्रणाली और यात्री सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करता है। यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए रेलवे को अपनी व्यवस्थाओं को और भी मजबूत करना होगा।

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