SL vs AUS: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में तीसरे दिन बढ़त बनाई, बॉउ वेब्स्टर का चौंकाने वाला ऑफ स्पिन प्रदर्शन

SL vs AUS: श्रीलंकाई टीम के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी स्थिति को मजबूत किया। कप्तान स्टीव स्मिथ के नेतृत्व में, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले अपनी पहली पारी में 414 रन बनाए थे, जिससे उन्हें श्रीलंका के खिलाफ 157 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त मिली। हालांकि, तीसरे दिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों की खराब प्रदर्शन की वजह से उनकी टीम ने 211 रन बनाकर 8 विकेट खो दिए और अब उनके पास केवल 54 रन की बढ़त है।
इस मैच में एक दिलचस्प और अप्रत्याशित घटना भी घटी, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर बॉउ वेब्स्टर ने अचानक से स्पिन गेंदबाजी शुरू की और फिर उन्होंने सबको हैरान करते हुए विकेट लिया। यह घटना मैदान पर एक अजीबो-गरीब मोड़ थी, क्योंकि वेब्स्टर ने इस मैच में अपनी तेज गेंदबाजी के बजाय ऑफ स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया, जो उनके लिए एक नई भूमिका थी।
गाले के पिच पर स्पिन गेंदबाजी की मदद को देखते हुए, वेब्स्टर ने खुद को स्पिन गेंदबाज के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने यह फैसला स्टीव स्मिथ की सलाह पर किया, जिन्होंने उनकी लंबाई को देखते हुए उन्हें ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान, वेब्स्टर ने अपनी पहली विकेट श्रीलंकाई बल्लेबाज रमेश मेंडिस के रूप में ली।
Beau Webster’s first Test wicket: Bowling pace
Beau Webster’s second Test wicket: Bowling off spin
Versatility level pic.twitter.com/1u8Z0k1rAy
— 7Cricket (@7Cricket) February 9, 2025
वेब्स्टर का ऑफ स्पिन खेलना:
बॉउ वेब्स्टर पहले एक पार्ट-टाइम ऑफ स्पिन गेंदबाज हुआ करते थे, लेकिन 2021-22 शेफील्ड शील्ड सीजन के बाद उन्होंने तेज गेंदबाजी का रुख किया था। तेज गेंदबाज के रूप में उन्होंने अपना करियर बहुत तेजी से आगे बढ़ाया और 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ डेब्यू किया। उन्होंने अपनी पहली विकेट तेज गेंदबाज के रूप में ली थी, जब उन्होंने शुभमन गिल को आउट किया था, लेकिन अब वे एक नया रिकॉर्ड बना रहे थे।
गाले में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में, वेब्स्टर ने जब ऑफ स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया, तो यह पूरी तरह से अप्रत्याशित था। उनका पहला स्पिन गेंदबाजी प्रयास ही सफल रहा। उन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज रमेश मेंडिस को आउट किया, जो एक शानदार गेंदबाजी के कारण हुआ। यह गेंद वेब्स्टर की उछाल के साथ बाउंसर बनकर आई और मेंडिस के बैट का अंदरूनी किनारा लेकर शॉर्ट लेग में स्थित ट्रैविस हेड के हाथों में कैच हो गई।
पिच की स्थिति और रणनीति:
गाले के पिच पर यह घटना और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि यह पिच सामान्य रूप से स्पिन गेंदबाजों के लिए बहुत मददगार साबित होती है। यहां के पतले और सूखे पिचों पर स्पिन गेंदबाजों को स्विंग और उछाल दोनों मिलती हैं, जिससे वे बल्लेबाजों को काफी परेशान करते हैं। ऐसे में, स्टीव स्मिथ की कप्तानी और वेब्स्टर की गेंदबाजी ने पूरी स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया।
वेब्स्टर की ऊंचाई ने भी उन्हें स्पिन गेंदबाजी में फायदा दिलाया, क्योंकि उनके द्वारा डाली गई गेंदें अधिक उछाल लेती थीं। इस कारण, श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए उसे खेलना मुश्किल हो गया था। स्टीव स्मिथ ने इस स्थिति का सही तरीके से फायदा उठाया और वेब्स्टर को अपनी गेंदबाजी की दिशा में बदलाव करने के लिए प्रेरित किया।
वेब्स्टर का क्रिकेट करियर:
बॉउ वेब्स्टर ने पहले ऑफ स्पिन गेंदबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई थी, लेकिन बाद में तेज गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जिसने उनके करियर को एक नई दिशा दी। 2024-25 में वेब्स्टर ने भारतीय टीम के खिलाफ डेब्यू किया और अपनी पहली विकेट एक तेज गेंदबाज के रूप में ली। उनके लिए यह एक बड़ा कदम था और अब वे अपने नए रूप में भी सफल होते हुए नजर आ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की स्थिति:
दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से श्रीलंका को दबाव में डाल दिया था। 414 रनों के स्कोर के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंकाई टीम को महज 211 रन पर समेटने का लक्ष्य रखा, जिससे वे अब केवल 54 रन की बढ़त के साथ मैदान पर हैं। इस प्रदर्शन के साथ ऑस्ट्रेलिया ने खुद को एक मजबूत स्थिति में रखा है और अगर वे अगले दिन श्रीलंका के बाकी दो विकेट जल्द ही निकालने में सफल रहते हैं, तो वे मैच जीतने की ओर बढ़ सकते हैं।
आने वाले दिन:
अब ऑस्ट्रेलियाई टीम की नजरें श्रीलंकाई टीम के बाकी दो बल्लेबाजों पर हैं, जिनसे उन्हें 54 रनों की बढ़त को खत्म करने के लिए और विकेट हासिल करने होंगे। अगर वे इस मैच को जीतने में सफल होते हैं, तो यह बॉउ वेब्स्टर के करियर का एक और बड़ा मोड़ साबित होगा, जिन्होंने अब स्पिन गेंदबाजी में भी अपनी छाप छोड़ी है।
इस टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम का आत्मविश्वास और कप्तान स्टीव स्मिथ का रणनीतिक नेतृत्व उन्हें जीत दिला सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अगले कुछ दिनों में इस बढ़त को बनाए रखने में कितने सफल रहते हैं।