IRFC का शेयरधारकों को तोहफा, कंपनी ने घोषित किया दूसरा अंतरिम डिविडेंड, जानिए पूरी जानकारी

भारतीय रेलवे वित्त निगम (Indian Railway Finance Corporation – IRFC) ने सोमवार को अपने शेयरधारकों के लिए दूसरी अंतरिम डिविडेंड (Second Interim Dividend) देने की घोषणा की। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए दूसरी अंतरिम लाभांश को मंजूरी दे दी गई है। कंपनी ने बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) को सूचित किया कि IRFC अपने शेयरधारकों को प्रति शेयर ₹0.80 का डिविडेंड देगी। यह लाभांश ₹10 के फेस वैल्यू वाले शेयरों पर दिया जाएगा।
IRFC डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट घोषित
कंपनी ने पहले ही 10 मार्च को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि दूसरा अंतरिम डिविडेंड प्राप्त करने के लिए रिकॉर्ड डेट (Record Date) 21 मार्च 2025 तय की गई है। इसका मतलब है कि 20 मार्च 2025 को बाजार बंद होने तक जिन निवेशकों के पास IRFC के शेयर होंगे, वे ही डिविडेंड पाने के पात्र होंगे।
21 मार्च को एक्स-डिविडेंड तिथि (Ex-Dividend Date) होगी।
इसका अर्थ है कि 21 मार्च को नए खरीदे गए शेयरों पर डिविडेंड का लाभ नहीं मिलेगा।
जो निवेशक 20 मार्च तक IRFC के शेयर अपने डिमैट खाते में रखेंगे, उन्हें ही इस लाभांश का लाभ मिलेगा।
IRFC का डिविडेंड भुगतान कब होगा?
कंपनी ने कहा है कि यह दूसरा अंतरिम डिविडेंड 16 अप्रैल 2025 तक निवेशकों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि निवेशकों को अधिकतम 16 अप्रैल तक उनका लाभांश प्राप्त हो जाएगा।
IRFC के शेयर का प्रदर्शन
सोमवार को IRFC के शेयर में हल्की बढ़त देखी गई।
बीएसई पर कंपनी का शेयर ₹118.75 पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र के मुकाबले ₹1.05 (0.89%) की तेजी दिखाता है।
दिनभर के कारोबार में IRFC का शेयर ₹117.40 के इंट्राडे लो से ₹119.70 के इंट्राडे हाई तक पहुंचा।
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में कंपनी के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई है। IRFC का शेयर फिलहाल अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर ₹108.05 के करीब ट्रेड कर रहा है।
IRFC का मार्केट कैपिटल और वित्तीय स्थिति
IRFC का मौजूदा बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) ₹1,55,188.51 करोड़ है। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और रेलवे क्षेत्र में इसके महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए निवेशक इसे दीर्घकालिक निवेश के रूप में देख रहे हैं।
IRFC का कारोबारी मॉडल और राजस्व स्रोत
IRFC, भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने का काम करता है। कंपनी रेल परियोजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए फंडिंग उपलब्ध कराती है।
इसका मुख्य राजस्व स्रोत भारतीय रेलवे को दिए गए लोन से मिलने वाला ब्याज है।
रेलवे के विस्तार और आधुनिकीकरण के चलते कंपनी को लगातार स्थिर राजस्व प्राप्त होता है।
IRFC में निवेश का मौका
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा कीमतों पर IRFC का शेयर निवेश के लिए आकर्षक हो सकता है।
डिविडेंड यील्ड: IRFC का डिविडेंड यील्ड काफी अच्छा है, जो निवेशकों को स्थिर आय का अवसर देता है।
लंबी अवधि में संभावनाएं: रेलवे क्षेत्र में हो रहे विस्तार और सरकार की ओर से इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में बढ़ते निवेश के चलते कंपनी के शेयर में दीर्घकालिक वृद्धि की संभावनाएं हैं।
IRFC शेयर में गिरावट के पीछे का कारण
IRFC के शेयर में हालिया गिरावट के पीछे बाजार में चल रही बिकवाली, वैश्विक आर्थिक स्थिति और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका है। हालांकि, लंबी अवधि में कंपनी की स्थिर वित्तीय स्थिति इसे एक मजबूत निवेश विकल्प बनाती है।
IRFC में निवेश के लिए प्रमुख बातें
- डिविडेंड यील्ड: ₹0.80 प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड।
- रिकॉर्ड डेट: 21 मार्च 2025।
- भुगतान तिथि: 16 अप्रैल 2025 तक।
- मार्केट कैप: ₹1.55 लाख करोड़।
- 52 हफ्ते का लो: ₹108.05।
- दीर्घकालिक निवेश के लिए अवसर: रेलवे क्षेत्र में बढ़ते निवेश के चलते भविष्य में IRFC के शेयर में बढ़ोतरी की संभावना।
IRFC का दूसरा अंतरिम डिविडेंड शेयरधारकों के लिए एक अच्छा मौका है। ₹0.80 प्रति शेयर का लाभांश उन निवेशकों को मिलेगा, जिनके पास 20 मार्च 2025 तक कंपनी के शेयर होंगे। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति, रेलवे क्षेत्र में स्थिर योगदान और डिविडेंड यील्ड इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बनाते हैं। हालांकि, निवेशकों को बाजार में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सतर्कता बरतनी चाहिए।