‘India’s Got Latent’ विवाद, महाराष्ट्र साइबर सेल के सामने पेश हुए आशीष चंचलानी और रणवीर अल्लाहबादिया

यूट्यूब शो ‘India’s Got Latent’ को लेकर मचा बवाल अब नए मोड़ पर पहुंच गया है। शो में शामिल यूट्यूबर्स आशीष चंचलानी और रणवीर अल्लाहबादिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा समन भेजा गया था। इसके बाद, 24 फरवरी को दोनों साइबर सेल के ऑफिस पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराया।
दूसरी बार पेश हुए रणवीर अल्लाहबादिया
रणवीर अल्लाहबादिया को इस मामले में दूसरी बार साइबर सेल के सामने पेश होना पड़ा। इससे पहले जब उन्हें समन भेजा गया था, तब उन्होंने डिजिटल माध्यम से अपना बयान दर्ज कराने की अनुमति मांगी थी, जिसे साइबर सेल ने अस्वीकार कर दिया था। इसलिए, इस बार रणवीर को खुद महाराष्ट्र के नवी मुंबई स्थित महापे साइबर सेल कार्यालय जाकर अपना बयान दर्ज कराना पड़ा।
वहीं, आशीष चंचलानी भी इस मामले में पूछताछ के लिए उपस्थित हुए। दोनों यूट्यूबर्स से करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। अधिकारियों ने उनसे शो की सामग्री, उसमें इस्तेमाल किए गए संवाद और उनके द्वारा पूछे गए सवालों को लेकर विस्तार से जानकारी मांगी।
फूहड़ता फैलाने के आरोप, बढ़ी मुश्किलें
रणवीर अल्लाहबादिया और आशीष चंचलानी पर आरोप है कि उन्होंने ‘India’s Got Latent’ शो में हिस्सा लेकर अश्लीलता को बढ़ावा दिया। इस शो को स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना ने होस्ट किया था, जो यूट्यूब पर एक सब्सक्रिप्शन आधारित कार्यक्रम था।
इस शो में रणवीर ने एक प्रतिभागी से उसके माता-पिता को लेकर बेहद आपत्तिजनक और अश्लील सवाल पूछे थे, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। लोगों ने रणवीर की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानबूझकर ऐसे आपत्तिजनक सवाल पूछ रहे थे, जो समाज में गलत संदेश देते हैं।
अब तक 42 लोगों से पूछताछ
इस पूरे मामले में अब तक 42 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। साइबर सेल ने शो से जुड़े चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं। दिलचस्प बात यह है कि शो के होस्ट समय रैना को वर्चुअल माध्यम से अपना बयान दर्ज कराने की अनुमति दी गई है क्योंकि वह इस समय देश से बाहर हैं।
NSW ने भी भेजा समन, 6 और 11 मार्च को पेशी
महाराष्ट्र पुलिस और साइबर सेल के अलावा, राष्ट्रीय महिला आयोग (NSW) ने भी रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना और उनके सहयोगी अपूर्वा मखीजा को समन भेजा है।
- रणवीर और अपूर्वा को 6 मार्च को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।
- वहीं, समय रैना को 11 मार्च को उपस्थित होना होगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पूरे मामले को महिलाओं की गरिमा से जुड़ा विषय बताया है और आरोप लगाया है कि शो में कई आपत्तिजनक बातें कही गईं, जो समाज में अश्लीलता और अनैतिकता को बढ़ावा देती हैं।
क्या है ‘India’s Got Latent’ शो?
‘India’s Got Latent’ एक कॉमेडी-आधारित वेब शो था, जिसे समय रैना ने होस्ट किया था। यह शो यूट्यूब पर सब्सक्रिप्शन मॉडल के तहत प्रसारित किया गया था। इसमें कई जाने-माने यूट्यूबर्स और स्टैंड-अप कॉमेडियन शामिल हुए थे।
हालांकि, शो में किए गए कुछ आपत्तिजनक सवाल और संवाद लोगों को रास नहीं आए। खासतौर पर, रणवीर अल्लाहबादिया द्वारा एक प्रतिभागी से उसके माता-पिता को लेकर पूछे गए सवालों पर सबसे ज्यादा विवाद हुआ। यह वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर शो और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई।
सोशल मीडिया पर उठी गिरफ्तारी की मांग
इस विवाद के बाद सोशल मीडिया पर भी हंगामा मच गया। कई यूजर्स ने रणवीर अल्लाहबादिया और समय रैना की गिरफ्तारी की मांग की। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #ArrestRanveer और #BanIndiasGotLatent जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि ये यूट्यूबर्स सिर्फ व्यूज और लाइक्स के लिए इस तरह की सामग्री बना रहे हैं, जो समाज के नैतिक मूल्यों को प्रभावित कर सकती है।
क्या होगा आगे?
अब जब महाराष्ट्र साइबर सेल और राष्ट्रीय महिला आयोग इस मामले में गहराई से जांच कर रहे हैं, तो आगे की कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
- अगर आरोप साबित होते हैं, तो शो से जुड़े लोगों पर भारतीय दंड संहिता और आईटी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
- समय रैना की पेशी 11 मार्च को होनी है, जिसके बाद मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
- इसके अलावा, साइबर सेल उन यूट्यूबर्स पर भी कार्रवाई कर सकता है, जिन्होंने शो के विवादित कंटेंट को प्रमोट किया था।
यूट्यूब कंटेंट पर उठ रहे सवाल
इस मामले ने एक बार फिर डिजिटल कंटेंट की स्वतंत्रता और उसकी सीमा को लेकर बहस छेड़ दी है।
- क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाले कंटेंट पर सेंसरशिप लागू होनी चाहिए?
- क्या क्रिएटर्स को स्वतंत्रता के नाम पर किसी भी विषय पर बात करने का अधिकार है?
- और सबसे महत्वपूर्ण, क्या इस तरह के शो सामाजिक मूल्यों को नुकसान पहुँचा रहे हैं?
‘India’s Got Latent’ शो को लेकर बढ़ते विवाद ने यूट्यूब और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कंटेंट की मॉनिटरिंग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रणवीर अल्लाहबादिया और आशीष चंचलानी के बयान दर्ज हो चुके हैं, जबकि समय रैना की पेशी अभी बाकी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि साइबर सेल और राष्ट्रीय महिला आयोग इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।