Donald Trump: अमेरिकी टैरिफ बना संकट का कारण, भारत के आर्थिक भविष्य पर मंडराया खतरा

अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump द्वारा भारत से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा ने भारतीय शेयर बाजार को गहरे झटके में डाल दिया है। हफ्ते के पहले ही कारोबारी दिन बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में 540 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई और निफ्टी भी 160 अंकों से ज्यादा टूटा। निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है और भारी बिकवाली देखी जा रही है।
कितना गिरा बाजार और कितने डूबे पैसे
सोमवार सुबह 9:28 बजे सेंसेक्स 542.05 अंकों की गिरावट के साथ 80,939.81 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं निफ्टी 160.65 अंकों की गिरावट के साथ 24,694.40 पर पहुंच गया। बाज़ार खुलते ही निवेशकों के 4.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति डूब गई। यह गिरावट अमेरिकी टैरिफ के कारण पैदा हुई अनिश्चितता का सीधा असर है।

कौन से शेयर हुए टॉप लूज़र और गेनर
इस गिरावट के बीच भी कुछ शेयरों ने हिम्मत दिखाई। निफ्टी में टाटा मोटर्स, डॉ. रेड्डीज लैब्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, भारती एयरटेल और टाइटन कंपनी सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। वहीं, जियो फाइनेंशियल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और टाटा स्टील टॉप गेनर बनकर उभरे। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से केवल 5 ही हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे जिनमें एटरनल, पावरग्रिड और टाटा स्टील ने अच्छा प्रदर्शन किया।
विशेषज्ञों की चेतावनी और चिंता
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और रूस से ऊर्जा व रक्षा खरीद को लेकर संभावित दंड भारतीय निर्यात और अर्थव्यवस्था के लिए बुरी खबर है। यह भारत की आर्थिक वृद्धि दर को भी प्रभावित कर सकता है। उनका मानना है कि यह निर्णय वैश्विक व्यापार समीकरणों को बिगाड़ सकता है।
एशियाई बाजारों में क्या दिखा रुझान
एशिया के अन्य बाजारों में भी मिलाजुला रुख देखने को मिला। दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्केई 225 पॉजिटिव जोन में था। अमेरिका के बाजार भी बुधवार को अधिकतर गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 73.10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
