Stock market में भारी गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट, निवेशकों की चिंता बढ़ी

Stock market में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार, 24 फरवरी 2025 को, सप्ताह के पहले कारोबारी दिन, बाजार ने भारी गिरावट के साथ शुरुआत की। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 74,893.45 अंकों पर खुला, जो पिछले बंद स्तर की तुलना में 417.61 अंक कम रहा। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 50 भी 186.55 अंकों की गिरावट के साथ 22,609.35 अंकों पर खुला।
इससे पहले, शुक्रवार, 23 फरवरी 2025 को भी बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी। उस दिन सेंसेक्स 123.35 अंकों की गिरावट के साथ 75,612.61 अंकों पर और निफ्टी 55.95 अंकों की गिरावट के साथ 22,857.20 अंकों पर खुला था।
शेयर बाजार में व्यापक गिरावट, 30 में से 29 कंपनियों के शेयर गिरे
आज की भारी गिरावट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सेंसेक्स में शामिल 30 में से 29 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले। केवल महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर 0.46% की बढ़त के साथ हरे निशान में खुला।
निफ्टी 50 की स्थिति भी कुछ अलग नहीं रही। यहां 50 में से 49 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ खुले, जबकि केवल एक कंपनी का शेयर बढ़त के साथ खुला।
किन शेयरों में रही गिरावट और किसमें रही बढ़त?
आज बढ़त वाले प्रमुख शेयर:
हालांकि बाजार में गिरावट का माहौल था, फिर भी कुछ कंपनियों के शेयरों ने मजबूती दिखाई—
- महिंद्रा एंड महिंद्रा: 0.46% बढ़त
- एचसीएल टेक: 1.56% बढ़त
- पावर ग्रिड: 1.41% बढ़त
- टेक महिंद्रा: 1.23% बढ़त
- एनटीपीसी: 1.00% बढ़त
- टीसीएस: 0.94% बढ़त
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): 0.92% बढ़त
- इंफोसिस: 0.83% बढ़त
- टाइटन: 0.76% बढ़त
- एचडीएफसी बैंक: 0.75% बढ़त
आज गिरावट वाले प्रमुख शेयर:
शेयर बाजार में गिरावट के कारण अधिकांश कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे—
- ज़ोमैटो: 1.89% की सबसे ज्यादा गिरावट
- आदानी पोर्ट्स: 0.21% की गिरावट
- सन फार्मा: 0.17% की गिरावट
- मारुति सुजुकी: 0.16% की गिरावट
- आईसीआईसीआई बैंक: 0.25% की गिरावट
- एलएंडटी: 0.29% की गिरावट
- भारती एयरटेल: 0.31% की गिरावट
- बजाज फाइनेंस: 0.33% की गिरावट
गिरावट के पीछे की वजहें
भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट के पीछे कुछ मुख्य वजहें हो सकती हैं—
- वैश्विक बाजारों में कमजोरी: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता के कारण भारतीय बाजार पर भी नकारात्मक असर देखने को मिला है।
- ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
- कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि से महंगाई बढ़ने की आशंका है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
- कमजोर आर्थिक आंकड़े: भारत के ताजा आर्थिक आंकड़ों में सुस्ती दिखी है, जिससे बाजार में गिरावट आई है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
इस गिरावट को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ सुझाव इस प्रकार हैं—
- लॉन्ग-टर्म निवेश पर ध्यान दें: यदि आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है।
- गिरावट में अच्छे शेयर खरीदें: इस मौके का फायदा उठाकर मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश किया जा सकता है।
- स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें: यदि आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कर रहे हैं तो स्टॉप लॉस लगाकर नुकसान से बच सकते हैं।
- बाजार के रुझान पर नजर रखें: किसी भी निर्णय से पहले बाजार के ताजा रुझानों को समझना जरूरी है।
आगे क्या रहेगा बाजार का रुख?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक संकेतक सकारात्मक होते हैं और ब्याज दरों में स्थिरता आती है, तो बाजार फिर से मजबूती पकड़ सकता है। हालांकि, अगले कुछ हफ्तों तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
इसलिए, निवेशकों को जल्दबाजी में निर्णय लेने के बजाय सोच-समझकर रणनीति बनानी चाहिए। बाजार में गिरावट का दौर भी निवेश का एक अच्छा मौका हो सकता है, बशर्ते सही कंपनियों का चयन किया जाए।
आज भारतीय शेयर बाजार ने भारी गिरावट के साथ शुरुआत की, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेज गिरावट दर्ज की गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे कुछ शेयर हरे निशान में खुले, लेकिन ज़ोमैटो समेत कई बड़े शेयर लाल निशान में रहे। वैश्विक बाजारों में कमजोरी, ब्याज दरों में अनिश्चितता और विदेशी निवेशकों की बिकवाली जैसी वजहों ने इस गिरावट को बढ़ावा दिया। हालांकि, निवेशकों को घबराने के बजाय सतर्कता के साथ बाजार के रुझान पर नजर रखनी चाहिए।