Stock Market: सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट, IT शेयरों में गिरावट जारी

Stock Market: शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन गिरावट के साथ खुला। पिछले चार दिनों से जारी तेजी पर ब्रेक लग गया। सुबह 9:21 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 140.20 अंक की भारी गिरावट के साथ 76,207.86 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 22.35 अंक गिरकर 23,168.30 पर ट्रेड कर रहा था।
आईटी और मेटल सेक्टर में गिरावट
शुरुआती कारोबार में आईटी इंडेक्स 1.5 प्रतिशत तक टूट गया। मेटल इंडेक्स में भी 0.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, ऑटो, मीडिया, ऑयल एंड गैस और फार्मा सेक्टर में हल्की तेजी देखी गई। इन सेक्टरों में 0.5 प्रतिशत की बढ़त रही।
मिडकैप और स्मॉलकैप में हल्की तेजी
कारोबार के दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स हरे निशान में कारोबार करते नजर आए। मिडकैप कंपनियों के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली, जिससे बाजार को कुछ हद तक सपोर्ट मिला।
निफ्टी में इन शेयरों में रही बढ़त और गिरावट
जब बाजार खुला तो निफ्टी में बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी, नेस्ले, बजाज ऑटो और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई। वहीं, आईटी सेक्टर में गिरावट का असर दिखा। इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस, टेक महिंद्रा और टाइटन कंपनी के शेयरों में गिरावट रही।
अमेरिकी बाजार में गिरावट
गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बाद मामूली गिरावट के साथ कारोबार बंद हुआ। निवेशकों ने फेडरल रिजर्व की पॉलिसी स्टेटमेंट और ताजा आर्थिक आंकड़ों के बीच अपना रुख बनाए रखा। टैरिफ संबंधी चिंताओं ने हाल के हफ्तों में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया है।
- डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज: 11.31 अंक यानी 0.03% की गिरावट के साथ 41,953.32 पर बंद हुआ।
- एसएंडपी 500 इंडेक्स: 12.40 अंक यानी 0.22% की गिरावट के साथ 5,662.89 पर बंद हुआ।
- नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स: 59.16 अंक यानी 0.33% की गिरावट के साथ 17,691.63 पर बंद हुआ।
रुपये की स्थिति
स्थानीय मुद्रा भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.2287 पर खुला। इसके बाद यह 86.2337 पर कारोबार कर रहा था, जबकि पिछले दिन का क्लोजिंग भाव 86.3675 था।
भारतीय रुपया फेडरल रिजर्व की ब्याज दर स्थिर रखने के फैसले और मजबूत विदेशी संस्थागत निवेश (FII) प्रवाह के कारण समर्थन पाता दिखा।
फेडरल रिजर्व का प्रभाव
फेडरल रिजर्व ने हाल ही में अपनी बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि, बाजार में आशंका थी कि ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। ब्याज दर स्थिर रहने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया।
कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। कच्चे तेल की कीमतें 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 83.10 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही थीं। तेल की बढ़ती कीमतों का असर भी शेयर बाजार पर देखा गया।
एफआईआई और डीआईआई गतिविधियां
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार खरीदारी कर रहे हैं, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ था।
- घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने गुरुवार को 2,500 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला।
कारोबारियों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि आईटी और मेटल सेक्टर में गिरावट के बावजूद ऑटो, फार्मा और मिडकैप शेयरों में निवेशकों को मौके मिल सकते हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच लॉन्ग टर्म निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी जा रही है।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बातें
- लॉन्ग टर्म निवेश करें: बाजार में गिरावट के बाद तेजी देखने को मिल सकती है, इसलिए लॉन्ग टर्म में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
- आईटी सेक्टर से बचाव करें: आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी है, ऐसे में निवेशक इस सेक्टर में नई खरीदारी से बचें।
- मिडकैप और स्मॉलकैप पर फोकस करें: इन शेयरों में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है।
शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में गिरावट देखी गई, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद हुए। आईटी और मेटल सेक्टर में गिरावट के बावजूद ऑटो, फार्मा और मिडकैप शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। अमेरिकी बाजार में कमजोरी और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर स्थिर रखने के फैसले का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा। निवेशकों को इस अस्थिरता के बीच सतर्कता और समझदारी से निवेश करने की जरूरत है।