Sawan 2025: शिवभक्तों की सैलाब से हिल उठा हरिद्वार, 4.5 करोड़ कांवड़ियों की उम्मीद

Sawan 2025: शुक्रवार से सावन का पावन महीना शुरू हो गया है। इस शुभ अवसर पर देशभर के शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार सावन में भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसी कारण सुबह से ही शिवमंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। हरिद्वार से लेकर काशी तक शिवभक्तों का जनसैलाब दिखाई दे रहा है।
कांवड़ यात्रा का शुभारंभ, 4.5 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
सावन के पहले दिन से कांवड़ यात्रा भी आरंभ हो गई है, जो 9 अगस्त तक चलेगी। इस बार करीब 4.5 करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। कांवड़ यात्रा में शिवभक्त गंगा जल लेकर कंधों पर कांवड़ रखकर अपने-अपने गंतव्य की ओर निकल चुके हैं। हर की पौड़ी से लेकर गंगा के अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दे रही है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में विशेष इंतजाम किए गए हैं।
कांवड़ मार्ग पर सख्ती, मांस की दुकानों पर प्रतिबंध
गाजियाबाद में कांवड़ मार्ग पर मांस की दुकानें खुली देखकर स्थानीय भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा की पवित्रता को बनाए रखना जरूरी है और ऐसे में मांस-मछली की दुकानों को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो लोग खुद कानून हाथ में ले सकते हैं।
हरिद्वार में कांवड़ निर्माण को लेकर विवाद
हरिद्वार में कांवड़ निर्माण को लेकर विवाद भी सामने आया है। कुछ संतों और महामंडलेश्वरों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर मांग की है कि मुस्लिम समुदाय को हरिद्वार में कांवड़ बनाने की अनुमति न दी जाए। हालांकि, मुस्लिम कारीगरों का कहना है कि वे पीढ़ियों से इस कार्य में लगे हैं और यह उनका पारंपरिक पेशा है। इस मामले पर सरकार ने अब तक कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है, लेकिन विवाद बढ़ता जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, प्रशासन सतर्क
पिछले साल चार करोड़ कांवड़ियों ने यात्रा में भाग लिया था और इस बार यह संख्या और बढ़ सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। दिल्ली पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, भोजन की दुकानों की नियमित जांच हो रही है और सुरक्षा बल हर मोड़ पर तैनात हैं ताकि यह यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो सके।