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बिना OTP के बैंक अकाउंट से पैसा उड़ाने का नया तरीका! NPCI ने जारी की चेतावनी

OTP : साइबर अपराधी दिन-ब-दिन लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब वे OTP (वन टाइम पासवर्ड) के बिना ही आपके बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा सकते हैं। इस नए घोटाले को लेकर नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में लोगों को सतर्क रहने और इस नए स्कैम से बचने के लिए अलर्ट किया गया है।

इस नए घोटाले को “कॉल मर्जिंग स्कैम” कहा जा रहा है। पहले साइबर अपराधी OTP पूछकर या फिशिंग लिंक भेजकर लोगों को ठगते थे, लेकिन अब वे इस नई तकनीक के जरिए सीधे आपके बैंक खाते पर हमला कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह नया स्कैम कैसे काम करता है और इससे बचने के लिए आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

कैसे हो रहा है यह स्कैम?

1. OTP के बिना हो रही ठगी

आमतौर पर, ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए हमें OTP से भुगतान प्रमाणित (authenticate) करना पड़ता है। पहले, साइबर अपराधी किसी न किसी तरह से लोगों से OTP निकलवा लेते थे और फिर उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते थे। लेकिन अब वे बिना OTP पूछे ही लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा रहे हैं।

बिना OTP के बैंक अकाउंट से पैसा उड़ाने का नया तरीका! NPCI ने जारी की चेतावनी

2. क्या है “कॉल मर्जिंग स्कैम”?

इस नई धोखाधड़ी को “कॉल मर्जिंग स्कैम” कहा जाता है। इसमें स्कैमर्स पहले आपको किसी बहाने से कॉल करते हैं, जैसे कि जॉब इंटरव्यू, इवेंट रजिस्ट्रेशन या लॉटरी जीतने की खबर। फिर वे आपको यह कहकर गुमराह करते हैं कि आपके किसी दोस्त या परिचित ने उनका नंबर दिया है।

इसके बाद, वे आपको एक दूसरी कॉल को मर्ज (Merge) करने के लिए कहते हैं। आपको लगता है कि दूसरी कॉल आपके दोस्त की होगी, लेकिन असल में यह कॉल आपके बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी की होती है। इस कॉल में आपका OTP पढ़ा जाता है, जो स्कैमर्स सुन लेते हैं।

3. ऐसे मिल जाता है स्कैमर्स को आपका OTP

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए OTP SMS या कॉल के जरिए भेजा जाता है। ठग OTP सुनने के लिए कॉलिंग ऑप्शन चुनते हैं। जब बैंक या क्रेडिट कार्ड से जुड़ा कोई लेन-देन किया जाता है, तो आपका बैंक OTP कॉल के जरिए भेजता है।

अब, जब आप स्कैमर्स की दी गई कॉल को अपने दोस्त की कॉल समझकर मर्ज करते हैं, तो बैंक की OTP कॉल भी उसी में शामिल हो जाती है। स्कैमर्स इस OTP को सुनकर तुरंत ट्रांजैक्शन पूरा कर लेते हैं और आपके खाते से पैसा निकाल लेते हैं

NPCI की चेतावनी: रहें सतर्क!

NPCI और साइबर एक्सपर्ट्स ने इस स्कैम को लेकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। NPCI के अनुसार, कॉल मर्जिंग स्कैम बेहद खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इसमें पीड़ित को बिना कोई संदेह हुए ही ठगा जा सकता है।

NPCI का कहना है कि कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था OTP पूछने के लिए कॉल नहीं करती है। अगर आपको ऐसा कोई फोन कॉल आता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं और किसी भी अनजान नंबर को अपनी कॉल में मर्ज न करें।

इस स्कैम से बचने के लिए क्या करें?

अगर आप इस तरह की धोखाधड़ी से बचना चाहते हैं, तो इन सावधानियों को जरूर अपनाएं:

1. अज्ञात नंबरों से आई कॉल को नजरअंदाज करें

अगर आपको किसी अनजान नंबर से फोन आता है और कोई व्यक्ति OTP के बारे में बात करता है या किसी अन्य कॉल को मर्ज करने के लिए कहता है, तो तुरंत कॉल काट दें।

2. कॉल मर्ज करने से बचें

अगर कोई व्यक्ति आपको कॉल मर्ज करने के लिए कहे, तो सतर्क रहें। जब तक आप पूरी तरह से सुनिश्चित न हों कि कॉल करने वाला व्यक्ति वास्तव में आपका परिचित है, तब तक कॉल मर्ज न करें।

3. बैंक कॉलिंग फीचर पर सतर्कता बरतें

OTP वेरिफिकेशन के लिए बैंक आमतौर पर SMS या ऑटोमैटिक कॉल भेजता है। अगर आपको लगता है कि कोई OTP कॉल आया है और आपकी कॉल किसी अनजान व्यक्ति के साथ मर्ज हो गई है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें।

4. फोन में “स्पैम कॉल डिटेक्शन” ऑन करें

अगर आप Android स्मार्टफोन उपयोग कर रहे हैं, तो अपने फोन की कॉल सेटिंग में जाकर स्पैम कॉल डिटेक्शन ऑन करें।

स्टेप 1: फोन की सेटिंग्स में जाएं।
स्टेप 2: कॉल सेटिंग्स ऑप्शन पर क्लिक करें।
स्टेप 3: स्पैम कॉल फिल्टर विकल्प को ऑन करें।

5. तुरंत बैंक और साइबर सेल से संपर्क करें

अगर आपको संदेह है कि आपका OTP चोरी हो गया है और आपके खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं, तो तुरंत बैंक की हेल्पलाइन पर कॉल करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें।

6. सुरक्षित डिजिटल ट्रांजैक्शन करें

  • नेट बैंकिंग और यूपीआई के लिए दो-स्तरीय सुरक्षा (Two-Factor Authentication) सेट करें।
  • किसी भी अनजान वेबसाइट या लिंक पर क्लिक न करें।
  • अजनबियों के साथ अपने बैंकिंग डिटेल्स साझा न करें।
  • OTP और बैंकिंग पासवर्ड को कभी भी किसी के साथ शेयर न करें।
  • बढ़ती डिजिटल तकनीक के साथ साइबर अपराधी भी नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं। NPCI की यह चेतावनी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि “कॉल मर्जिंग स्कैम” एक नया और खतरनाक तरीका है जिससे अपराधी लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा रहे हैं।

इसलिए, अगर आप डिजिटल ट्रांजैक्शन करते हैं, तो सावधानी बरतें। अनजान कॉल्स को मर्ज न करें, किसी भी बैंकिंग जानकारी को साझा न करें और साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाएं।

अगर आपको इस तरह की धोखाधड़ी का सामना करना पड़े, तो तुरंत बैंक और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और अपनी मेहनत की कमाई को ठगों से बचाएं

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