Mahashivratri: देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही महाशिवरात्रि, शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़

Mahashivratri: महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। उज्जैन से लेकर बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। शिवरात्रि का धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से विशेष महत्व है, और इस अवसर पर भक्त भगवान शिव की आराधना कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
बाबा बैद्यनाथ धाम में उमड़ी भारी भीड़
झारखंड के देवघर स्थित श्री बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर से ही श्रद्धालु जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने के लिए लंबी कतारों में लगे रहे। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, वहीं सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती का दिव्य आयोजन
मध्य प्रदेश के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर विशेष भस्म आरती का आयोजन किया गया। भोर के समय यह आरती भगवान महाकाल को अर्पित की गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति का माहौल देखने को मिला।
मंदिर प्रशासन के अनुसार, इस बार महाशिवरात्रि पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन पास की व्यवस्था की गई थी ताकि भक्त बिना किसी परेशानी के महाकाल के दर्शन कर सकें।
#WATCH मध्य प्रदेश: महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में आरती की जा रही है। pic.twitter.com/AFFhegOHXK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2025
काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगल आरती
वाराणसी स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर मंगल आरती का भव्य आयोजन किया गया। मंदिर के गर्भगृह को विशेष रूप से सजाया गया, और भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया। श्रद्धालु गंगा स्नान कर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने उमड़ पड़े।
काशी में शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है क्योंकि यह भगवान शिव की नगरी मानी जाती है। इस अवसर पर काशी में भव्य शिव बारात भी निकाली जाती है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं।
#WATCH वाराणसी: महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती की गई।
(वीडियो सौजन्य: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर) pic.twitter.com/OCBzlnpEOI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2025
महेन्द्रगिरी पर्वत से लेकर दूधेश्वर नाथ मंदिर तक भक्तों की भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर दिल्ली के महिपालपुर स्थित शिव मूर्ति मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। वहीं, गाजियाबाद के श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा। यहां श्रद्धालुओं ने पूरे विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक किया और आराधना की।
उत्तराखंड के महेंद्रगिरी पर्वत पर स्थित मंदिरों में भी इस पावन अवसर पर भक्त बड़ी संख्या में पहुंचे और भगवान शिव की उपासना की।
#WATCH गाजियाबाद: महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। pic.twitter.com/MDbIVwfvug
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2025
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में आस्था का सैलाब
महाराष्ट्र के नासिक स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर में रुद्राभिषेक और विशेष पूजा का आयोजन किया गया।
मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस बार शिवरात्रि पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग समय स्लॉट निर्धारित किए गए हैं ताकि भक्तों को दर्शन करने में कोई कठिनाई न हो।
केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू पहुंचे उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर
महाशिवरात्रि के अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में सुबह की आरती में भाग लिया। उन्होंने कहा, “आज इस पावन दिन पर महाकाल के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। यहां की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि हमें देश की और भी बेहतर सेवा करने की शक्ति मिले।”
महाशिवरात्रि का धार्मिक महत्व
महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त रातभर जागकर शिव का अभिषेक करते हैं और व्रत रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि पर शिव की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी कष्टों का निवारण होता है।
महाशिवरात्रि पर प्रमुख अनुष्ठान
महाशिवरात्रि के दिन भक्त भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से निम्नलिखित अनुष्ठानों के माध्यम से करते हैं:
- रुद्राभिषेक – भगवान शिव को गंगाजल, दूध, शहद, बेलपत्र आदि अर्पित किए जाते हैं।
- रात्रि जागरण – भक्त रातभर भगवान शिव का भजन-कीर्तन करते हैं।
- व्रत और उपवास – इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और फलाहार करते हैं।
- शिवलिंग पर जल चढ़ाना – भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है।
देशभर में शिव मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उज्जैन, वाराणसी, नासिक और देवघर समेत प्रमुख मंदिरों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंदिर प्रशासन ने ड्रोन कैमरों के माध्यम से भीड़ की निगरानी की व्यवस्था की है ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। साथ ही, श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तरीके से दर्शन कराने के लिए विशेष बैरिकेडिंग की गई है।
देशभर में भक्तिमय माहौल
महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे भारत में भक्तिमय माहौल देखने को मिल रहा है। उज्जैन, काशी, देवघर, नासिक और अन्य धार्मिक स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना कर रहे हैं।
भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप करने से मिलता है विशेष फल:
- “ॐ नमः शिवाय”
- “महामृत्युंजय मंत्र” – “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”
- “ॐ महाकालाय नमः”
महाशिवरात्रि का यह पर्व भक्तों के लिए अटूट आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। देशभर में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। उज्जैन के महाकालेश्वर से लेकर काशी विश्वनाथ तक, हर ओर शिव आराधना का दिव्य नजारा देखने को मिल रहा है। भक्तों की अपार श्रद्धा यह दर्शाती है कि भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए यह पर्व कितना महत्वपूर्ण है।