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IND vs NZ: भारत की शानदार जीत, रोहित शर्मा ने किया नया रिकॉर्ड कायम

IND vs NZ: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम की शानदार शुरुआत जारी है। टीम इंडिया ने अपने ग्रुप-ए के तीन मैचों में लगातार जीत हासिल की है और इस समय वह ग्रुप-ए के शीर्ष पर स्थित है। भारत ने पहले बांगलादेश को हराया, फिर पाकिस्तान को हराया और अब न्यूजीलैंड को 44 रनों से हराकर एक और महत्वपूर्ण जीत दर्ज की है। इस जीत ने भारतीय टीम को सेमीफाइनल की ओर एक कदम और बढ़ा दिया है।

भारत ने न्यूजीलैंड को 44 रनों से हराया

इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 249 रन बनाए। शरेयस अय्यर ने भारत की ओर से शानदार 79 रन बनाए और टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद जब न्यूजीलैंड की टीम बल्लेबाजी करने उतरी, तो वह 45.3 ओवरों में 205 रन पर ही ढेर हो गई। इस दौरान, कप्तान केन विलियमसन के अलावा कोई भी बल्लेबाज कड़ी प्रतिस्पर्धा नहीं कर सका और टीम इंडिया ने 44 रनों से मैच जीत लिया।

रोहित शर्मा का कप्तानी में रिकॉर्ड: तीसरी बार न्यूजीलैंड को हराया

इस शानदार जीत के साथ ही रोहित शर्मा ने कप्तान के तौर पर एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। रोहित शर्मा ने यह उपलब्धि प्राप्त की और उन्होंने कपिल देव को पीछे छोड़ दिया। रोहित शर्मा के नेतृत्व में यह तीसरी बार हुआ है, जब भारत ने न्यूजीलैंड को आईसीसी टूर्नामेंट में हराया है।

IND vs NZ: भारत की शानदार जीत, रोहित शर्मा ने किया नया रिकॉर्ड कायम

इससे पहले, रोहित शर्मा ने 2023 के वनडे वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया था। वही, उसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में, रोहित के नेतृत्व में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराया था। अब, उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में भी न्यूजीलैंड को हराकर यह नया रिकॉर्ड कायम किया है।

आईसीसी टूर्नामेंट्स में न्यूजीलैंड को सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले भारतीय कप्तान

रोहित शर्मा के बाद, भारतीय कप्तान जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत हासिल की है, उनमें कपिल देव और सौरव गांगुली का नाम आता है।

  1. 3 बार – रोहित शर्मा
  2. 2 बार – कपिल देव
  3. 1 बार – सौरव गांगुली

सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2003 के वनडे वर्ल्ड कप के सुपर सिक्स चरण में न्यूजीलैंड को हराया था। वहीं, कपिल देव ने 1987 में दो बार न्यूजीलैंड को हराया था। 1987 के वर्ल्ड कप में, कपिल देव की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को पहले 16 रन से हराया और फिर 9 विकेट से जीत हासिल की।

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत की सफलता

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट्स में जो सफलता प्राप्त की है, वह अविस्मरणीय रही है। खासकर न्यूजीलैंड जैसे मजबूत विपक्षी के खिलाफ उनकी रिकॉर्ड जीत भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो चुकी हैं। रोहित का नेतृत्व न केवल भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बल्कि खुद उनके लिए भी शानदार साबित हो रहा है। उनकी कप्तानी में टीम ने न सिर्फ मैच जीतने का अपना कौशल साबित किया, बल्कि उनके सामरिक दृष्टिकोण और बल्लेबाजी में भी बदलाव दिखाई दे रहे हैं।

रोहित शर्मा का कप्तान बनकर इस तरह की उपलब्धियां प्राप्त करना उनके नेतृत्व की गुणवत्ता को दर्शाता है। वे एक शान्त और कड़े कप्तान के रूप में सामने आए हैं, जिन्होंने मैदान पर अपने खिलाड़ियों को खुद पर विश्वास करने के लिए प्रेरित किया है। उनके सामने अब चैलेंज इस बात का है कि वे इस फॉर्म को बनाए रखते हुए, टीम को अगले मुकाबलों में भी सफलता दिलाने में सक्षम हो।

भारतीय टीम का प्रदर्शन: गेंदबाजी और बल्लेबाजी का शानदार संतुलन

भारत की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में इस मैच में बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। शरेयस अय्यर ने बल्लेबाजी में 79 रन बनाकर भारत को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। वहीं, न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को नियंत्रण में रखते हुए भारतीय गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की। भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की गेंदबाजी ने विपक्षी टीम पर दबाव बनाए रखा और उन्हें बड़े रन बनाने का मौका नहीं दिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने यह भी साबित किया कि उनका गेंदबाजी आक्रमण किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

न्यूजीलैंड का संघर्ष: कप्तान विलियमसन अकेले पड़ गए

न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी इस मैच में पूरी तरह से विफल रही। केन विलियमसन के अलावा कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी खेलने में सफल नहीं हो सका। विलियमसन ने जरूर अपनी ओर से 50 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली, लेकिन उनका प्रयास टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं था। न्यूजीलैंड के बाकी बल्लेबाज जल्दी-जल्दी आउट होते गए और टीम 45.3 ओवरों में 205 रन पर ढेर हो गई। भारतीय गेंदबाजों के सामने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने संघर्ष जरूर किया, लेकिन अंततः वे भारत की गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाए।

इस जीत के साथ ही भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अपनी स्थिति को मजबूत किया है और अब वह सेमीफाइनल में पहुंचने के करीब है। भारत को इस मैच में शानदार गेंदबाजी और बल्लेबाजी के बेहतरीन प्रदर्शन की आवश्यकता थी, और टीम ने इस बार पूरी तरह से प्रदर्शन किया। कप्तान रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता और टीम के सामूहिक प्रयास ने भारत को न्यूजीलैंड पर इस अहम जीत दिलाई है।

अब भारत को अपने अगले मुकाबलों में और भी मजबूत प्रदर्शन की आवश्यकता होगी, क्योंकि सेमीफाइनल और फाइनल की दौड़ में उसे अपनी पूरी ताकत का प्रदर्शन करना होगा। अगर भारत इसी तरह से शानदार प्रदर्शन करता रहा, तो उसकी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत की उम्मीदें और भी बढ़ सकती हैं।

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