IND VS ENG: इंग्लैंड में करुण नायर की नाकामी पर फारूख इंजीनियर ने साधा निशाना, बोले- बड़ा स्कोर कब बनाएंगे?

IND VS ENG: पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज फारूक इंजीनियर ने करुण नायर के खराब प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। करुण ने लगभग 3000 दिनों के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वापसी की थी और घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार रन बनाए थे। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंग्लैंड की जमीन पर करुण नायर बड़े शतक लगाने में नाकाम रहे हैं। अब तक इस सीरीज में उन्होंने न तो कोई बड़ी पारी खेली है और न ही आधा शतक पूरा कर पाए हैं। उनकी यह परफॉर्मेंस देखकर फारूक इंजीनियर खासे निराश नजर आए हैं।
करुण नायर का अब तक का प्रदर्शन
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अब तक तीन मैच खेले जा चुके हैं। इस दौरान करुण नायर ने कुल 3 मैचों में 131 रन बनाए हैं, जो करीब 22 की औसत दर्शाता है। उनका सर्वोत्तम स्कोर मात्र 40 रन का है। करुण ने कई मैचों में अच्छी शुरुआत की लेकिन उसे बड़े स्कोर में तब्दील करने में असमर्थ रहे। यही वजह है कि फारूक इंजीनियर ने उनके प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि कई बार करुण ने छोटे-छोटे स्ट्रोक तो अच्छे खेले हैं, लेकिन नंबर तीन पर खेलने वाले बल्लेबाज से इससे कहीं अधिक उम्मीदें होती हैं।

इंजीनियर का करुण नायर के प्रदर्शन पर बयान
फारूक इंजीनियर ने कहा कि करुण ने कई छोटी लेकिन प्रभावशाली पारियां खेली हैं, जिसमें उनकी कवर ड्राइव जैसे शॉट काफी सुंदर लगते हैं। लेकिन नंबर तीन पर खेलने वाले खिलाड़ी से सिर्फ 20-30 रन की पारियां स्वीकार्य नहीं हैं। “नंबर तीन पर आपसे 100 रन या उससे ज्यादा की पारी खेलने की उम्मीद होती है। बोर्ड पर अच्छे रन चाहिए ताकि टीम दबाव बना सके।” इंजीनियर ने साफ कहा कि करुण को अपनी पारी को लंबा खींचना होगा और बड़े स्कोर बनाकर टीम को मजबूती देनी होगी। उनकी उम्मीदें करुण के प्रदर्शन से कहीं अधिक हैं और वह उन्हें निराश कर रहे हैं।
साई सुधर्शन को मौका देने की सलाह
करुण के खराब प्रदर्शन के बाद फारूक इंजीनियर ने टीम इंडिया को सलाह दी है कि चयन करते समय खिलाड़ी की उम्र को नहीं देखना चाहिए। उन्होंने खास तौर पर साई सुधर्शन का नाम लिया और कहा कि अगर वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें मैनचेस्टर टेस्ट में खेलने का मौका देना चाहिए। इंजीनियर ने कहा, “हमें अपनी टीम के लिए सबसे बेहतर ग्यारह चुनने चाहिए। चाहे उम्र कोई भी हो। आपको वो खिलाड़ी चाहिए जो टीम के लिए ज्यादा योगदान दे सके। आप देश के लिए खेल रहे हैं और आपकी प्रतिष्ठा दांव पर है। इसलिए उम्र को नजरअंदाज करके बेस्ट खिलाड़ी को ही मौका देना चाहिए।”
करुण नायर के लिए यह इंग्लैंड दौरा चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करना उनके लिए बहुत जरूरी है। फारूक इंजीनियर की आलोचना यह बताती है कि टीम में नंबर तीन की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है और उस भूमिका को निभाने वाला खिलाड़ी कैसे लगातार बड़े स्कोर बनाकर टीम को आगे बढ़ा सकता है। टीम के लिए सही चयन और युवा खिलाड़ियों को मौका देने की नीति ही भविष्य में बेहतर परिणाम दे सकती है। क्रिकेट प्रेमी अब देख रहे हैं कि क्या करुण अपनी कमजोरी सुधार पाते हैं या टीम प्रबंधन किसी अन्य खिलाड़ी को मौका देता है।
