ग्राहकों को मिलेगा सीधा फायदा! Amazon लाएगा नई तकनीक और तेज़ सर्विस

ई-कॉमर्स कंपनी Amazon इंडिया ने गुरुवार को बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि वह भारत में 2000 करोड़ रुपये से ज़्यादा का निवेश करने जा रही है। कंपनी ने साफ कहा है कि इस निवेश का मकसद पूरे भारत में अपने ऑपरेशनल नेटवर्क को और मज़बूत बनाना है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अमेज़न ने कहा कि इस फंडिंग से नेटवर्क को और फैलाया जाएगा और उसमें ज़रूरी अपग्रेड किए जाएंगे ताकि ग्राहकों को और तेज़ और भरोसेमंद सेवाएं मिल सकें। इसके साथ ही कंपनी टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा देने और कर्मचारियों के लिए बेहतर माहौल बनाने पर भी ज़ोर देगी।
भारत में बढ़ता ई-कॉमर्स का बाज़ार बना वजह
अमेज़न का यह निवेश ऐसे समय में सामने आया है जब भारत का ई-कॉमर्स बाज़ार तेज़ी से फैल रहा है। मोबाइल, इंटरनेट, डिजिटल पेमेंट और बढ़ती मध्यमवर्गीय खर्च करने की क्षमता ने ऑनलाइन खरीदारी को नई ऊंचाई दी है। अमेज़न और वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां भारत के ई-बिजनेस सेक्टर को पूरी तरह बदल चुकी हैं। छोटे ऑनलाइन प्लेयर्स भी बाज़ार में तेजी से अपनी जगह बना रहे हैं। कंपनी का मानना है कि भारत में निवेश करने का यह एक सही वक्त है और इससे भविष्य में बड़ा रिटर्न मिलने की संभावना है।
2030 तक 325 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा ई-कॉमर्स
भारत में अमेज़न ने पहले ही अरबों डॉलर का निवेश कर रखा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का ई-कॉमर्स बाज़ार सालाना 21% की दर से बढ़ेगा और 2030 तक इसकी कीमत 325 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है। अमेज़न ने बताया कि नया निवेश उसके उस ऑपरेशंस नेटवर्क के ऊपर अतिरिक्त होगा जो पहले से ही देश के हर पिनकोड तक डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। यह निवेश खासतौर पर सप्लाई, सॉर्टेशन और डिलीवरी नेटवर्क में नए साइट्स खोलने और मौजूदा फैसिलिटी को अपग्रेड करने के लिए किया जाएगा।
तकनीक और कर्मचारियों के हितों पर भी फोकस
अमेज़न ने कहा कि नए और पुराने सभी फैसिलिटीज़ को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि वे एनर्जी एफिशिएंट हों और तकनीकी रूप से उन्नत भी। कंपनी ने बताया कि उसके फुलफिलमेंट सेंटर्स को दिव्यांगजनों के लिए भी सुविधाजनक बनाया जा रहा है। इसमें बेहतर कूलिंग सिस्टम, सेफ्टी फीचर्स और आरामदायक विश्राम क्षेत्र शामिल हैं ताकि कर्मचारियों को सुरक्षित और सहयोगपूर्ण माहौल मिल सके। कंपनी का उद्देश्य है कि काम करने वाले सभी लोगों के लिए एक समावेशी और सुरक्षित वातावरण तैयार किया जाए जिससे वे न केवल अच्छे तरीके से काम कर सकें बल्कि अपने स्वास्थ्य और सुख-सुविधाओं का भी ध्यान रख सकें।