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Stock market में गिरावट जारी, फिर भी Mutual Funds में निवेश बरकरार, फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश बरकरार

Stock market में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। बाजार में आई इस भारी गिरावट से निवेशकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि, इसके बावजूद निवेशकों का भरोसा म्यूचुअल फंड में बना हुआ है। हर महीने एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से हजारों करोड़ रुपये म्यूचुअल फंड में निवेश किए जा रहे हैं। बाजार की इस गिरावट को अवसर के रूप में देखते हुए कई म्यूचुअल फंड हाउस नए फंड ऑफर (NFO) लेकर आ रहे हैं। इस कड़ी में निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने “मोमेंटम थीम” पर आधारित एक नया फंड लॉन्च किया है। यह ओपन-एंडेड नया फंड ऑफर (NFO) “निप्पॉन इंडिया एक्टिव मोमेंटम फंड स्ट्रेटेजी” के नाम से शुरू किया गया है। यह NFO 10 फरवरी को खुला और 24 फरवरी को बंद होगा।

जोखिम कम करने पर विशेष ध्यान

नए फंड में निवेश कारक (फैक्टर इन्वेस्टिंग) का अनुसरण किया गया है, जो एक अनुशासित, नियम-आधारित दृष्टिकोण अपनाता है। यह निवेशकों की भावनात्मक निर्णय क्षमता और मानवीय पूर्वाग्रह को कम करने में मदद करता है। इस फंड के माध्यम से जोखिम को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया है। यह स्टॉक की मूलभूत विशेषताओं जैसे अल्फा, कम अस्थिरता, गुणवत्ता, मूल्य, विकास आदि पर निर्भर करता है।

Stock market में गिरावट जारी, फिर भी Mutual Funds में निवेश बरकरार, फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश बरकरार

नया फंड ऑफर ‘मोमेंटम’ नामक कारक पर आधारित है। मोमेंटम का अर्थ है कि किसी स्टॉक की कीमत समय के साथ उसी दिशा में बनी रहती है। इस अवधारणा का आधार यह है कि अतीत में अच्छा प्रदर्शन करने वाली संपत्तियाँ भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, जबकि खराब प्रदर्शन करने वाली संपत्तियाँ आगे भी कमजोर रह सकती हैं। “निप्पॉन इंडिया एक्टिव मोमेंटम फंड स्ट्रेटेजी” इस विषय पर आधारित है, क्योंकि हाल के वर्षों में मोमेंटम एक प्रमुख कारक रहा है। आम तौर पर, मोमेंटम इंडेक्स में शीर्ष पर बने रहने से दीर्घकालिक आधार पर बेहतर रिटर्न मिलते हैं।

बाजार की गिरावट में भी यह रणनीति काम करेगी

हालांकि, बाजार में बड़े बदलावों के दौरान मोमेंटम पोर्टफोलियो को अधिक गिरावट का जोखिम हो सकता है। उदाहरण के लिए, कोरोना महामारी के शुरुआती चरण और वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान ऐसा देखा गया था। इस चुनौती से निपटने के लिए, फंड रणनीति में तकनीकी (कीमत आधारित मोमेंटम) और मूलभूत कारकों (आय संशोधन) का सर्वोत्तम मिश्रण बनाए रखने का प्रयास किया गया है।

सरल शब्दों में, यह फंड ऐसे संकेतकों का उपयोग करेगा, जैसे कि बीटा और न्यूनतम अस्थिरता, ताकि बाजार के उतार-चढ़ाव के अनुसार रणनीति बनाई जा सके। यदि बाजार में तेजी हो, तो यह रणनीति बढ़ते बाजार में अधिकतम लाभ दिलाने पर केंद्रित होगी, और गिरते बाजार में अस्थिरता को कम करने के लिए न्यूनतम अस्थिरता कारक का उपयोग करेगी।

फैक्टर इन्वेस्टिंग के लाभ

फैक्टर इन्वेस्टिंग, जिसमें मोमेंटम भी शामिल है, कई लाभ प्रदान करता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण लाभ विविधीकरण (डायवर्सिफिकेशन) है, क्योंकि विभिन्न समय पर विभिन्न निवेश कारक अलग-अलग रिटर्न पैटर्न प्रदर्शित करते हैं। इस प्रकार, फैक्टर इन्वेस्टिंग को शामिल करने से पोर्टफोलियो के संभावित जोखिम को कम किया जा सकता है और दीर्घकालिक प्रदर्शन को बेहतर बनाया जा सकता है।

इसके अलावा, यह रणनीति निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ दिलाने में मदद कर सकती है, क्योंकि यह उन स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित करती है जिनका ऐतिहासिक प्रदर्शन मजबूत रहा है। कई विश्लेषकों का मानना है कि यह रणनीति दीर्घकालिक निवेश के लिए लाभकारी हो सकती है।

वर्तमान में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, लेकिन निवेशक अब भी म्यूचुअल फंड में भरोसा बनाए हुए हैं। निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड का नया मोमेंटम थीम आधारित फंड निवेशकों के लिए एक नया अवसर प्रदान करता है। यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हो सकता है जो बाजार के रुझान का लाभ उठाना चाहते हैं और दीर्घकालिक लाभ कमाने की रणनीति अपनाते हैं। हालांकि, किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना आवश्यक है, ताकि आपकी जोखिम क्षमता और निवेश उद्देश्य के अनुरूप सही निर्णय लिया जा सके।

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