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Student self-immolation case: बालासोर छात्रा आत्मदाह पर विधानसभा घेराव, पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस छोड़ी

Student self-immolation case: ओडिशा विधानसभा के बाहर बुधवार सुबह उस समय भारी हंगामा हुआ जब बलासोर में आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। दरअसल, बलासोर में शनिवार को एक कॉलेज की छात्रा ने कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली थी। छात्रा ने आरोप लगाया था कि यौन शोषण के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस घटना को लेकर विपक्षी बीजेडी ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए बलासोर जिले में आठ घंटे के बंद का आह्वान किया है। बीजेडी ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल

विरोध स्थल से सामने आए वीडियो में प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करते हुए देखा गया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। हालात को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे और लगातार वाटर कैनन का उपयोग कर भीड़ को पीछे हटाया। इस विरोध प्रदर्शन में महिलाएं और छात्र संगठन के सदस्य भी बड़ी संख्या में शामिल थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई और संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।

कई बीजेडी कार्यकर्ता हिरासत में, न्यायिक जांच की मांग

ओडिशा पुलिस ने बीजेडी के उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्रा समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। बलासोर छात्रा आत्मदाह कांड को लेकर भाजपा ने भी बलासोर बंद का आह्वान किया है। बीजेडी नेता भ्रिगु बक्सीपात्र ने कहा, “आज पूरा बीजेडी दल सचिवालय का घेराव कर मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहा है। हमें उम्मीद है कि सरकार की अंतरात्मा जागेगी और इस्तीफा देकर राज्य की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी। सिर्फ 20 लाख रुपये मुआवजा देना और आरोपी की गिरफ्तारी से समस्या का समाधान नहीं होगा।”

वहीं बीजेडी विधायक सुशांत कुमार राउत ने कहा, “ऐसा मामला पहले कभी नहीं हुआ। हम इस मामले में न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि छात्रा को न्याय मिल सके।”

लोक सेवा भवन में सुरक्षा कड़ी, आगंतुकों की एंट्री पर रोक

इधर, पुलिस ने बताया कि लोक सेवा भवन के आसपास स्थित अन्य सरकारी भवनों जैसे राजीव भवन और खारवेल भवन में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस कमिश्नर एस देव दत्त सिंह खुद लोक सेवा भवन के पास सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों को पूरी पहचान जांच के बाद ही लोक सेवा भवन में प्रवेश दिया जा रहा है।

लोक सेवा भवन में केवल गेट नंबर 1 से ही प्रवेश की अनुमति दी गई है, जबकि अन्य सभी गेट बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा आगंतुकों के प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है। हालांकि जिन लोगों ने पूर्व में संबंधित विभागों की सिफारिश पर समय लिया हुआ था, उन्हें पास जारी कर अंदर जाने दिया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम ने ओडिशा में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं और विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

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