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Personal Loan Fraud: फेक लोन ऐप्स मांगते हैं आपकी फोटो और कॉन्टैक्ट लिस्ट, जानिए कैसे करते हैं ब्लैकमेल

Personal Loan Fraud: कई बार जिंदगी में ऐसे हालात आते हैं जब पैसों की सख्त जरूरत होती है। ऐसे में “10 मिनट में लोन” या “तुरंत कैश” जैसे विज्ञापन किसी वरदान की तरह लगते हैं। लेकिन यही वो मौका होता है जब ठग सक्रिय हो जाते हैं। वे खुद को किसी बड़ी बैंक या कंपनी का प्रतिनिधि बताकर आपको सस्ते ब्याज और तेज मंजूरी का लालच देते हैं। जैसे ही आप उनके झांसे में आते हैं, वे या तो आपका डेटा चुरा लेते हैं या एडवांस फीस लेकर गायब हो जाते हैं।

कैसे पहचानें असली और नकली लोन देने वाले

सबसे पहले यह जांचें कि कंपनी वास्तव में रजिस्टर्ड है या नहीं। आप रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं कि वह बैंक या NBFC अधिकृत है या नहीं। असली कंपनियों की वेबसाइट पर सही पता, संपर्क नंबर और प्रोफेशनल डोमेन होता है। अगर वेबसाइट पर केवल को-वर्किंग एड्रेस या अधूरी जानकारी दी गई हो, तो समझ लें कि कुछ गड़बड़ है।
इसके अलावा, किसी अनजान लिंक से ऐप डाउनलोड न करें। असली कंपनियां आपको हमेशा Google Play Store या Apple App Store से ऐप डाउनलोड करने को कहेंगी, न कि किसी व्हाट्सएप या एसएमएस लिंक से।

Personal Loan Fraud: फेक लोन ऐप्स मांगते हैं आपकी फोटो और कॉन्टैक्ट लिस्ट, जानिए कैसे करते हैं ब्लैकमेल

“सिर्फ ₹999 दो और लोन पक्का” – सबसे आम जाल

ठगों का सबसे पुराना तरीका यही है। वे “प्रोसेसिंग फीस”, “फाइल चार्ज”, “इंश्योरेंस फीस” या “GST” के नाम पर ₹999 से ₹4,999 तक मांगते हैं। वे कहते हैं कि लोन अप्रूव हो चुका है, बस यह फीस जमा कर दो। याद रखें, कोई भी असली बैंक या NBFC लोन जारी करने से पहले पैसा नहीं मांगती। जो भी शुल्क होते हैं, वे लोन की राशि में से ही काटे जाते हैं। अगर कोई आपसे एडवांस पेमेंट मांग रहा है, तो वह ठग है।

दस्तावेज़ और निजी जानकारी साझा करने में सतर्क रहें

कभी भी अपना PAN, आधार, बैंक स्टेटमेंट या सेल्फी किसी अनजान व्यक्ति या ऐप को न भेजें। कई फर्जी ऐप्स आपके मोबाइल के कैमरा, गैलरी या कांटैक्ट लिस्ट तक की अनुमति मांगते हैं। वे आपके डेटा का दुरुपयोग करके ब्लैकमेल भी कर सकते हैं। यदि कोई ऐप अनावश्यक परमिशन मांगता है, तुरंत मना कर दें।
इसके अलावा, “ऑफर सिर्फ 30 मिनट के लिए” जैसे संदेशों पर भरोसा न करें। यह एक मनोवैज्ञानिक चाल होती है जो आपको जल्दी फैसला लेने के लिए मजबूर करती है। असली ऑफर अगले दिन भी रहेगा, इसलिए बिना सोचे-समझे कोई कदम न उठाएं।

अगर ठगी हो जाए तो तुरंत उठाएं ये कदम

अगर गलती से आप किसी फ्रॉड का शिकार हो जाएं तो घबराएं नहीं, तुरंत कार्रवाई करें। बैंक से संपर्क करके खाते को ब्लॉक करवाएं और ट्रांजैक्शन की शिकायत करें। फर्जी ऐप या सोशल मीडिया हैंडल की रिपोर्ट करें। सबसे जरूरी है कि तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें। अगर आपने अपने दस्तावेज साझा किए हैं, तो तुरंत पासवर्ड बदलें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें। समझदारी और सतर्कता ही इस डिजिटल युग में आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।

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