भारतीय फ्रेंचाइज़ी अब सिर्फ IPL तक सीमित नहीं, विदेशी T20 लीगों में भी हो रहा करोड़ों का निवेश

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) आज दुनिया की सबसे लोकप्रिय और महंगी क्रिकेट लीग बन चुकी है। अब इसके मालिक सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं रह गए हैं। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने जानकारी दी है कि IPL की चार प्रमुख टीमों के मालिकों ने ‘The Hundred’ नामक इंग्लिश लीग में बड़ा निवेश किया है। इस निवेश से ECB को करीब 11,334 करोड़ रुपये की कमाई हुई है।
कौन-कौन हैं निवेशक?
ECB के अनुसार, दिल्ली कैपिटल्स की सह-मालिक कंपनी GMR Group, सनराइजर्स हैदराबाद की मालिक Sun TV Network (काव्या मारन), लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक RPSG Group (संजिव गोयनका) और मुंबई इंडियंस के मालिक रिलायंस ग्रुप (मुकेश अंबानी) ने इस लीग में निवेश किया है। ये सभी अक्टूबर से अपनी-अपनी टीमों का संचालन शुरू कर सकेंगे।
Deals are now complete with the first six strategic partners for The Hundred teams, with the remaining two on track for formal completion at a later date. This unlocks hundreds of millions of pounds for the professional and grassroots game in England and Wales. Read more here:… pic.twitter.com/GqdFqlZ8yJ
— England and Wales Cricket Board (@ECB_cricket) July 30, 2025
कौन-कौन सी टीमें खरीदी गईं?
सभी IPL मालिकों ने ‘द हंड्रेड’ लीग की अलग-अलग टीमों में हिस्सेदारी ली है। काव्या मारन की कंपनी ने नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स टीम में 100% हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं RPSG ग्रुप ने मैनचेस्टर ओरिजिनल्स में 70% हिस्सा लिया है। GMR ग्रुप ने सदर्न ब्रेव में 49% हिस्सेदारी खरीदी है, जबकि रिलायंस ग्रुप को ओवल इन्विंसिबल्स में 49% हिस्सा मिलेगा, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी।
ECB की प्रतिक्रिया
ECB चेयरमैन रिचर्ड थॉम्पसन ने कहा कि “The Hundred ने इंग्लैंड और वेल्स में क्रिकेट को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई है। IPL मालिकों के निवेश से इसमें और मजबूती आएगी और हमें नए क्रिकेट प्रशंसक भी मिलेंगे। यह साझेदारी क्रिकेट की ग्लोबल ग्रोथ की दिशा में बड़ा कदम है।”
IPL मालिकों का वैश्विक विस्तार
IPL मालिक पहले ही दक्षिण अफ्रीका की SA20 लीग में टीमें खरीद चुके हैं। अब इंग्लैंड की लीग में भी इनकी मौजूदगी बढ़ रही है। इससे स्पष्ट है कि IPL मालिक अपनी फ्रेंचाइज़ी को एक वैश्विक ब्रांड बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। यह निवेश न सिर्फ व्यापारिक दृष्टि से फायदेमंद है बल्कि इससे विश्व क्रिकेट को भी एक नया आयाम मिलेगा।