IND vs ENG: रवींद्र जडेजा को दूसरे ODI में मिचेल स्टार्क को पीछे छोड़ने का मौका

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच भारत के स्टार स्पिन-ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के लिए बहुत खास था। इस मैच में जडेजा ने न सिर्फ तीन विकेट लिए, बल्कि एक बड़ा कीर्तिमान भी अपने नाम किया। जडेजा ने इस मुकाबले में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से अहम भूमिका निभाई। इस प्रदर्शन के बाद अब जडेजा के पास दूसरा वनडे मैच खेलते हुए एक और बड़ा कीर्तिमान स्थापित करने का मौका है, जिसमें वह ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को एक विशेष सूची में पीछे छोड़ सकते हैं।
जडेजा को स्टार्क को पीछे छोड़ने के लिए चाहिए 2 और विकेट
अब तक के वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ कई गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिनमें से एक नाम रविंद्र जडेजा का भी है। जडेजा इंग्लैंड के खिलाफ गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन करते आए हैं। जडेजा ने अब तक इंग्लैंड के खिलाफ 27 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 42 विकेट लिए हैं, और उनका औसत 23.28 का रहा है। फिलहाल जडेजा इंग्लैंड के खिलाफ वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं।
पहले वनडे में नागपुर में तीन विकेट लेने के बाद, जडेजा ने टिम साउदी, शॉन पोलक और मल्कम मार्शल को पीछे छोड़ दिया। अब जडेजा के पास मिशेल स्टार्क को पीछे छोड़ने का मौका है। स्टार्क ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक 43 विकेट लिए हैं, और यदि जडेजा दूसरे वनडे में दो और विकेट ले लेते हैं, तो वह स्टार्क को इस सूची में पीछे छोड़ देंगे।
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
- ब्रेट ली – 65 विकेट
- ग्लेन मैक्ग्रा – 53 विकेट
- लसिथ मलिंगा – 48 विकेट
- मिशेल स्टार्क – 43 विकेट
- रविंद्र जडेजा – 42 विकेट
यह सूची बताती है कि जडेजा इंग्लैंड के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों की प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गए हैं, और यदि वह अगले वनडे में दो विकेट और लेते हैं, तो वह स्टार्क को इस सूची में पीछे छोड़ सकते हैं।
रविंद्र जडेजा का 600 विकेट का मील का पत्थर
पहले वनडे में तीन विकेट लेने के साथ ही जडेजा ने एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी पार किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 600 विकेट पूरे किए। इस उपलब्धि के साथ ही जडेजा अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 600 विकेट लेने वाले तीसरे बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज बन गए हैं। इस उपलब्धि से पहले यह कारनामा बांगलादेश के शाकिब अल हसन और न्यूजीलैंड के डैनियल विटोरी ने किया था।
जडेजा का यह कीर्तिमान इस बात का गवाह है कि उन्होंने अपने करियर में लगातार मेहनत की है और हर प्रारूप में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके इस कारनामे से उनके क्रिकेटिंग करियर की महत्ता और बढ़ जाती है, क्योंकि यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। जडेजा ने अपनी गेंदबाजी में निरंतरता, विविधता और स्मार्ट रणनीतियों के साथ यह उपलब्धि हासिल की है, जो क्रिकेट की दुनिया में उनकी प्रतिष्ठा को और मजबूत करती है।
जडेजा का योगदान और उनका महत्त्व
रविंद्र जडेजा न केवल एक बेहतरीन गेंदबाज हैं, बल्कि एक शानदार ऑलराउंडर भी हैं। जडेजा का योगदान भारतीय टीम के लिए बेहद अहम रहा है। वह हमेशा एक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में नहीं, बल्कि मैच बदलने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। उनकी गेंदबाजी में विविधता और उनकी बल्लेबाजी में स्थिरता टीम इंडिया के लिए एक अहम संपत्ति साबित हुई है।
जडेजा ने सिर्फ अपनी गेंदबाजी से ही नहीं, बल्कि अपनी बल्लेबाजी और फील्डिंग से भी भारत को कई मैचों में जीत दिलाई है। उनकी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी, जो अक्सर गेंद को तेजी से घुमाती है, विपक्षी टीम के लिए चुनौती बनती है। जडेजा की आक्रामक गेंदबाजी और धीमी गति से बाउंसरों का इस्तेमाल करने की क्षमता उन्हें एक प्रभावी ऑलराउंडर बनाती है।
जडेजा का भविष्य और भारतीय क्रिकेट में योगदान
जडेजा का भविष्य भारतीय क्रिकेट में अत्यंत उज्जवल है। वह अभी भी अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं और भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण मैच जीतने में सक्षम हैं। उनका अनुभव, तकनीकी कौशल और मानसिक मजबूती उन्हें आगे भी महत्वपूर्ण मैचों में सफलता दिलाएगी।
उनकी लंबी उम्र, स्थिरता और गेंदबाजी के विविधतापूर्ण कौशल उन्हें आने वाले वर्षों में भारत के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी बनाए रखेगा। जडेजा का भारतीय क्रिकेट में योगदान हमेशा याद किया जाएगा, क्योंकि वह न सिर्फ एक मैच विजेता गेंदबाज हैं, बल्कि एक महत्वपूर्ण ऑलराउंडर के रूप में भारतीय टीम की सफलता में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
रविंद्र जडेजा ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण कीर्तिमान स्थापित किए हैं और उनका भविष्य भी काफी उज्जवल नजर आता है। उन्हें मिशेल स्टार्क को पीछे छोड़ने का अच्छा मौका मिल सकता है यदि वह अगले वनडे में दो और विकेट लेते हैं। इसके अलावा, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 600 विकेट लेने का कारनामा भी किया है, जो एक शानदार उपलब्धि है। जडेजा भारतीय क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा बने हुए हैं और उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण भारतीय क्रिकेट को आने वाले समय में और भी सफल बनाएंगे।