इंजीनियर्स के लिए खुशखबरी! Sundar Pichai ने AI पर दिया बड़ा बयान, AI को लेकर बताई नई रणनीति

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI के आने से हमारी कई मुश्किलें आसान हो गई हैं। लेकिन इसके साथ यह भी कहा जा रहा है कि एआई इंसानों की नौकरियों के लिए खतरा बन सकता है। कई बड़ी कंपनियों ने एआई के कारण अपने कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती की है।
AI से हो रही चुनौती
चैटजीपीटी और गूगल जेमिनी जैसे एआई टूल्स लगातार इंसानी दिमाग को चुनौती दे रहे हैं। ये दिन-ब-दिन और बेहतर होते जा रहे हैं। सैम ऑल्टमैन के ओपनएआई द्वारा बनाया गया डीप रिसर्च एजेंट और गूगल जेमिनी के डीप माइंड टूल्स ने हाल ही में सॉफ्टवेयर कोडिंग के लिए ऐसे टूल्स विकसित किए हैं जो इंजीनियरों जितना आसानी से कोड लिख सकते हैं।
सुनदर पिचाई का नजरिया
गूगल के सीईओ सुनदर पिचाई ने एआई को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है। हाल ही में एक पॉडकास्ट में उन्होंने बताया कि गूगल के 30 प्रतिशत सॉफ्टवेयर कोडिंग में एआई की मदद ली जाती है। उन्होंने कहा कि ये टूल्स इंसानों की मदद के लिए हैं और कंपनी आने वाले समय में और अधिक सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को नियुक्त करेगी।
इंजीनियरों की संख्या बढ़ेगी
सुनदर पिचाई ने कहा कि गूगल अपने इंजीनियरों की संख्या 10 प्रतिशत तक बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि एआई से प्रोग्रामिंग में मदद मिलती है लेकिन यह कभी भी इंसानों को पूरी तरह से रिप्लेस नहीं कर सकता। इंसानों की समस्या सुलझाने की क्षमता एआई में नहीं हो सकती और कोडिंग का मज़ा भी इंसान ही लेता है।
नौकरियों को लेकर आशंकाएं
हालांकि कई रिपोर्ट्स में यह कहा गया है कि आने वाले कुछ वर्षों में एआई के कारण कई सेक्टर्स में नौकरियां खतरे में हैं। लेकिन सुनदर पिचाई ने इस बात पर भरोसा जताया कि एआई इंसानों को पूरी तरह से खत्म नहीं करेगा बल्कि उनके काम को आसान बनाएगा और नई नौकरियों के मौके भी बढ़ाएगा।