WPI Inflation: अप्रैल में थोक महंगाई औंधे मुंह गिरी! महंगाई से परेशान जनता को मिली बड़ी राहत

WPI Inflation: एप्रिल 2025 में थोक महंगाई दर (WPI) में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मार्च के मुकाबले यह दर 0.85 प्रतिशत पर आ गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह गिरावट खाद्य पदार्थों, निर्मित उत्पादों और ईंधन की कीमतों में कमी के कारण आई है।
महंगाई दर के सकारात्मक कारण
मंत्रालय के अनुसार एप्रिल 2025 में महंगाई दर में कमी मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों, रासायनिक और रासायनिक उत्पादों, परिवहन उपकरणों और मशीनरी के निर्माण की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण आई। थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की कीमतें 0.86 प्रतिशत घट गईं।
खुदरा महंगाई में गिरावट
एप्रिल में खुदरा महंगाई दर 3.16 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, फल, दालों और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण आई है। यह महंगाई दर जुलाई 2019 के बाद का सबसे कम स्तर है।
RBI द्वारा ब्याज दरों में कमी
महंगाई में गिरावट के चलते रिजर्व बैंक जून में एक और ब्याज दर में कटौती कर सकता है। अप्रैल में रिजर्व बैंक ने अपनी नीति दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी। यह कटौती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए की गई है।
आगे की योजना
रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में खुदरा महंगाई औसतन 4 प्रतिशत रहेगी। इससे पहले अनुमान था कि यह 4.2 प्रतिशत रहेगी। महंगाई में गिरावट के कारण रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति में कुछ और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।