Stock Market: विदेशी निवेशकों ने क्यों किया भारतीय शेयर बाजार में अचानक 18 हजार करोड़ का निवेश

Stock Market: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी FPIs भारतीय शेयर बाजार में अपना विश्वास बनाए हुए हैं। इस माह अब तक उन्होंने भारतीय शेयरों में 18 हजार 620 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अप्रैल में यह निवेश मात्र 4 हजार 223 करोड़ रुपये था। यह तीन महीनों बाद पहली बार हुआ है जब उन्होंने नेट निवेश किया है। जनवरी से मार्च तक FPIs ने भारी निकासी की थी।
इस महीने 18 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
जीओजित इन्वेस्टमेंट के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार के अनुसार FPIs का भारतीय बाजार में खरीदारी जारी रहने की संभावना है। बड़ी कंपनियों के शेयर मजबूत बने रहेंगे। डिपॉजिटरी डेटा के मुताबिक मई 16 तक विदेशी निवेशकों ने 18 हजार 620 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। इसके बाद 2025 में अब कुल निकासी 93 हजार 731 करोड़ रुपये रह गई है। अप्रैल से FPIs की सक्रियता में तेज़ी आई है।
भारत-पाक के रिश्तों में सुधार से निवेश बढ़ा
मॉर्निंगस्टार के मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच शांति से निवेश में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका और चीन के बीच 90 दिन के टैरिफ समझौते ने भी वैश्विक जोखिम भावना में सुधार किया है। इसका फायदा भारत जैसे उभरते बाजारों को मिल रहा है। FPIs फिर से अपने धन को भारत जैसे बाजारों की ओर मोड़ रहे हैं।
बांड में निकासी और अन्य निवेश
समय के दौरान FPIs ने सामान्य सीमा के तहत बांड से 6 हजार 748 करोड़ रुपये निकाले हैं। वहीं उन्होंने स्वैच्छिक रूप से 1 हजार 193 करोड़ रुपये का निवेश भी किया है। यह दर्शाता है कि वे अपने निवेश को संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं। कुल मिलाकर भारतीय बाजार FPIs के लिए आकर्षक बने हुए हैं।
निवेश की निरंतरता से बाजार को मिलेगा फायदा
विदेशी निवेशकों की लगातार रुचि से भारतीय शेयर बाजार को मजबूती मिलेगी। खासकर बड़ी कंपनियों के शेयरों में यह सकारात्मक असर दिखेगा। निवेशकों की उम्मीदें बढ़ेंगी और बाजार में स्थिरता आएगी। आने वाले समय में भी FPIs की खरीदारी जारी रहने की संभावना है जिससे बाजार की उछाल बनी रहेगी।