Stock Market Alert: अगले हफ्ते आएगा बड़ा ट्विस्ट? ऊँचाइयों के बाद गिरावट या नई उड़ान?

Stock Market Alert: अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की चाल पूरी तरह घरेलू आर्थिक डेटा, विदेशी निवेशकों की धारणा और वैश्विक बाजारों से आने वाले संकेतों पर निर्भर करेगी। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक इस समय पूरी दुनिया में अमेरिकी बाजार के प्रदर्शन और प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर नज़र बनाए हुए हैं। अमेरिका से आने वाले ये संकेत अल्पकालिक जोखिम धारणा को तय करेंगे, जिसका सीधा असर विदेशी पूंजी निवेश यानी FPI inflows पर पड़ेगा। पिछले सप्ताह बाजार में मजबूती देखने को मिली, जिससे निवेशकों के मन में उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
बाजार में मुनाफावसूली की संभावना—रुपये और क्रूड पर नजर
पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 669.14 अंकों (0.79%) की बढ़त के साथ बंद हुआ, वहीं निफ्टी भी 158.1 अंक (0.61%) ऊपर बंद हुआ। 20 नवंबर को सेंसेक्स 85,801.70 और निफ्टी 26,246.65 के 52-सप्ताह के उच्च स्तर को छू गए। हालांकि विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि आने वाले सप्ताह में मुनाफावसूली देखी जा सकती है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड ऑफ रिसर्च विनोद नायर का कहना है कि अगर रुपये पर दबाव बरकरार रहता है, तो बाजार थोड़ी गिरावट के साथ मुनाफावसूली का सामना कर सकता है। इसके साथ ही, ब्रेंट क्रूड की कीमतों और रुपये-डॉलर के विनिमय दर में उतार-चढ़ाव भी बाजार की चाल को प्रभावित करेगा।

बाजार का टोन मजबूत रहने के संकेत—खरीदारी का मौका
मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेड़का ने अनुमान जताया कि अगले सप्ताह शेयर बाजार की टोन मजबूत रहने की संभावना है। उनके अनुसार, “बाय-ऑन-डिप्स” रणनीति जारी रहेगी, तीसरी तिमाही में मजबूत मांग के संकेत और लगातार हो रहे फंड इनफ्लो बाजार को सपोर्ट करते रहेंगे। इसके अलावा, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में कोई भी सकारात्मक प्रगति बाजार के लिए निकट भविष्य में बड़ा ट्रिगर बन सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिरता और घरेलू मोर्चे पर मजबूत कॉरपोरेट आय बाजार के लिए सहारा बनेंगे।
GDP, IIP और F&O एक्सपायरी बढ़ाएंगे उतार-चढ़ाव
आने वाले सप्ताह में निवेशक घरेलू आर्थिक गतिविधियों पर खास नजर रखेंगे। विशेष रूप से व्यापार से जुड़े अपडेट, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) और ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) के आंकड़े बाजार में रुझान तय करेंगे। रिलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा के अनुसार नवंबर फ्यूचर्स एक्सपायरी नजदीक होने के कारण बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है। इसके अलावा, दूसरी तिमाही के GDP के आंकड़े यह संकेत देंगे कि अर्थव्यवस्था कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रही है, और यही संकेत आगे बाजार की दिशा तय करेंगे। कुल मिलाकर, सप्ताह उतार-चढ़ाव भरा जरूर रहेगा, लेकिन मजबूत फंडामेंटल और सकारात्मक निवेशक भावना बाजार को सहारा देने की स्थिति में हैं।
