टेक्नॉलॉजी

SoftBank का बड़ा फैसला, Nvidia में अपनी पूरी हिस्सेदारी 5.83 अरब डॉलर में बेची

जापान की बड़ी टेक कंपनी SoftBank  ग्रुप ने अपने अमेरिकी चिपमेकर दिग्गज एनवीडिया कॉर्प में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। सॉफ्टबैंक ने मंगलवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने एनवीडिया के सभी शेयर 5.83 अरब अमेरिकी डॉलर में बेच दिए हैं। कंपनी ने यह भी बताया कि इस रकम को वे अन्य नए और उभरते क्षेत्रों में निवेश करने के लिए इस्तेमाल करेंगे। यह कदम सॉफ्टबैंक की रणनीति में बड़े बदलाव की तरफ संकेत करता है, खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और चैटजीपीटी जैसे AI-आधारित तकनीकों पर फोकस बढ़ाने के लिहाज से।

पहली छमाही में सॉफ्टबैंक का मुनाफा तीन गुना बढ़ा

सॉफ्टबैंक ग्रुप ने अपने वित्तीय प्रदर्शन की भी जानकारी साझा की है। अप्रैल से सितंबर की पहली छमाही में कंपनी का मुनाफा लगभग 13 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग तीन गुना ज्यादा है। इस दौरान कंपनी की बिक्री भी 7.7 प्रतिशत बढ़कर 3.7 ट्रिलियन येन (लगभग 24 अरब डॉलर) हो गई। सॉफ्टबैंक ने बताया कि उसने अक्टूबर महीने में ही एनवीडिया के सभी शेयर बेच दिए थे। यह मुनाफा एनवीडिया की बाजार में बढ़ती वैल्यू के कारण सॉफ्टबैंक के लिए काफी लाभकारी रहा।

सॉफ्टबैंक का 500 अरब डॉलर का स्टारगेट AI प्रोजेक्ट

इस साल फरवरी में सॉफ्टबैंक के चेयरमैन मासायोशी सोन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन और ओरेकल के लैरी एलिसन के साथ मिलकर एक बड़े AI प्रोजेक्ट ‘स्टारगेट’ में 500 अरब डॉलर तक निवेश की घोषणा की थी। इस प्रोजेक्ट का मकसद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करना है। सॉफ्टबैंक ने ओपनएआई में अरबों डॉलर का निवेश किया है और दोनों कंपनियां जापान में AI सेवाएं प्रदान करने की योजना भी बना रही हैं। इस प्रोजेक्ट में सॉफ्टबैंक की भागीदारी उसकी भविष्य की तकनीक में निवेश की प्राथमिकताओं को दर्शाती है।

एनवीडिया: 5 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप वाली पहली कंपनी

एनवीडिया ने हाल ही में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मात्र तीन महीने पहले ही कंपनी ने 4 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप हासिल की थी, और अब यह पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसकी मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गई है। एनवीडिया ने अपने AI डाटा सेंटर के विस्तार के लिए भी बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने ओपनएआई के साथ साझेदारी करते हुए कम से कम 10 गीगावाट क्षमता वाले AI डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई है। यह कदम ओपनएआई की कंप्यूटिंग पावर को बढ़ाने के लिए अहम माना जा रहा है।

सॉफ्टबैंक की रणनीति में बदलाव और भविष्य की योजनाएं

एनवीडिया में हिस्सेदारी बेचने का फैसला मासायोशी सोन की रणनीति में बदलाव को साफ दर्शाता है। अब सॉफ्टबैंक का ध्यान सीधे AI और डिजिटल टेक्नोलॉजी के अन्य उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित हो रहा है। एनवीडिया की मार्केट वैल्यू में जबरदस्त वृद्धि ने सॉफ्टबैंक को अच्छा लाभ दिया, जिससे वह अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर सके। आने वाले समय में सॉफ्टबैंक की नई निवेश रणनीतियां और AI प्रोजेक्ट्स तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकती हैं।

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