Sindoor Bridge: 550 टन के गर्डर और 150 साल का इतिहास, सिंदूर ब्रिज बना मुंबई का गौरव!

Sindoor Bridge: मुंबईवासियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। दक्षिण मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने वाला कनेक्टिव ब्रिज जो पहले “कर्नैक ब्रिज” के नाम से जाना जाता था अब नए नाम “सिंदूर ब्रिज” के रूप में उद्घाटित हो गया है। इस ब्रिज का उद्घाटन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को किया। दोपहर 3 बजे से आम जनता के लिए यह पुल ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया।
पुराने कर्नैक ब्रिज की जगह बना आधुनिक सिंदूर ब्रिज
150 साल पुराना कर्नैक ब्रिज जो मस्जिद बंडर रेलवे स्टेशन के पास स्थित था सुरक्षा कारणों के चलते अगस्त 2022 में तोड़ दिया गया था। उसके स्थान पर अब आधुनिक सिंदूर ब्रिज तैयार किया गया है। यह ब्रिज पीडी मेलो रोड को क्रॉफर्ड मार्केट, कलबादेवी और मोहम्मद अली रोड जैसे व्यावसायिक इलाकों से जोड़ता है जिससे व्यापारियों और स्थानीय लोगों दोनों को आने-जाने में सहूलियत होगी।
#WATCH | Mumbai | Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, "Sindoor Bridge is being inaugurated in Mumbai today in place of the damaged Carnac bridge, which was demolished… Carnac was a tyrannical Governor. We know Operation Sindoor resides in the hearts of Indians. That is why… pic.twitter.com/QKRGpeik4m
— ANI (@ANI) July 10, 2025
तेज़ी से पूरा हुआ निर्माण कार्य
इस ब्रिज का निर्माण कार्य अतिरिक्त नगर आयुक्त अभिजीत बंगार के नेतृत्व में तेज़ी से किया गया। जून 2024 तक यह निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया था। कुल 328 मीटर लंबे इस ब्रिज में 70 मीटर रेलवे प्रांगण और 230 मीटर का अप्रोच रोड शामिल है। निर्माण में दो स्टील गर्डर का इस्तेमाल हुआ है जिनमें से प्रत्येक का वजन 550 मीट्रिक टन है। दक्षिणी गर्डर 19 अक्टूबर 2024 को और उत्तरी गर्डर 26 और 30 जनवरी 2025 को रेलवे ट्रैफिक ब्लॉक के दौरान लगाया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत मिला नया नाम
इस ब्रिज का नाम पूर्व गवर्नर जेम्स रिवेट कर्नैक के स्थान पर अब “सिंदूर ब्रिज” रखा गया है। यह नामकरण ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत किया गया जिसमें कई पुराने नामों को भारतीय परिप्रेक्ष्य में बदला जा रहा है। इससे न केवल पुल को नई पहचान मिली है बल्कि एक नए युग की शुरुआत भी हो रही है।
ट्रैफिक व्यवस्था में मिलेगा बड़ा सुधार
सिंदूर ब्रिज के खुलने से दक्षिण मुंबई की पूर्व-पश्चिम दिशा में ट्रैफिक की आवाजाही में भारी सुधार आने की उम्मीद है। अब लोग बिना किसी ट्रैफिक जाम के तेज़ी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। खासतौर पर व्यावसायिक इलाकों में सामान की आपूर्ति और आवागमन पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा।