Stock Market के साथ दौड़ा रुपया क्या अब डॉलर को देगा मात

Stock Market में जबरदस्त तेजी के साथ ही मंगलवार को रुपया भी डॉलर के मुकाबले 39 पैसे मजबूत हुआ। शुरुआती ट्रेड में रुपया 85.71 प्रति डॉलर तक पहुंच गया। शुक्रवार को यह 86.10 पर बंद हुआ था जिससे यह साफ है कि रुपया लगातार मजबूती पकड़ रहा है।
डॉलर इंडेक्स में लगातार गिरावट
डॉलर इंडेक्स लगातार नीचे आ रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ट्रेड वॉर शुरू किए जाने के बाद डॉलर की स्थिति कमजोर होती गई। एक समय जो इंडेक्स 110 तक पहुंच गया था वह अब घटकर 99.46 पर आ गया है। इससे डॉलर की हालत कमजोर हो गई है।
रुपया क्यों हुआ मजबूत
मुद्रा विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने की वजह से रुपया मजबूत हुआ है। इसके अलावा अमेरिका द्वारा भारत पर लगने वाले अतिरिक्त 26 प्रतिशत शुल्क को 9 जुलाई तक टालने से भी भारतीय मुद्रा को फायदा हुआ है। क्रूड ऑयल के दाम भी गिर गए हैं।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर नहीं
भले ही विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से पैसे निकाले हैं फिर भी रुपया मजबूत हुआ है। शुक्रवार को एफआईआई ने 2519 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। इसके बावजूद डॉलर की कमजोरी ने रुपये को सहारा दिया और वह मजबूत होकर सामने आया है।
रुपया मजबूत होने के फायदे
रुपये की मजबूती से भारत के लिए चीजें आयात करना सस्ता हो जाएगा। इससे महंगाई में राहत मिल सकती है। विदेश यात्रा और पढ़ाई पर भी खर्च कम होगा। निवेशकों का भरोसा भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ेगा और इसका फायदा लंबे समय तक देखने को मिलेगा।