Political News: 26/11 हमला और कांग्रेस की नीति पर BJP का सवाल – पाकिस्तान के लिए क्यों दिखाया नरम रवैया?

Political News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले (26/11) के बाद भी पाकिस्तान के खिलाफ कोई “कड़ा कदम” न उठाने के पीछे कांग्रेस का “अटूट पाकिस्तान प्रेम” जिम्मेदार था। यह बयान उस समय आया जब कांग्रेस के विदेशी प्रकोष्ठ (इंडियन ओवरसीज कांग्रेस) के प्रमुख सैम पित्रोदा ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार की वकालत करते हुए कहा कि पाकिस्तान यात्रा के दौरान उन्हें “घर जैसा” अनुभव हुआ था। भाजपा ने इस टिप्पणी को कांग्रेस के दोहरे रवैये और पाकिस्तान के प्रति नरमी का प्रमाण बताया।
भाजपा का तीखा पलटवार
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सैम पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “सैम पित्रोदा, जो राहुल गांधी के करीबी और कांग्रेस के ओवरसीज विभाग के प्रमुख हैं, पाकिस्तान जाकर कहते हैं कि उन्हें वहां घर जैसा लगा। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि 26/11 जैसे बड़े हमले के बाद भी तत्कालीन यूपीए सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया।” भंडारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा—“पाकिस्तान का पसंदीदा, कांग्रेस का पसंदीदा।”
कांग्रेस पर पाकिस्तान से नजदीकी का आरोप
भाजपा प्रवक्ता शाहजाद पूनावाला ने भी कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से पाकिस्तान के प्रति “गहरी आत्मीयता” रखती आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने हाफिज सईद से यासीन मलिक के जरिए संपर्क साधा था। इसके अलावा कांग्रेस ने कई महत्वपूर्ण आतंकी हमलों में पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश की—चाहे वह 26/11 मुंबई हमला हो, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट, पुलवामा हमला या फिर पहलगाम हमला। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लिया और राष्ट्रीय हितों से समझौता किया।
अनुच्छेद 370 से लेकर पानी बंटवारे तक कांग्रेस पर सवाल
भाजपा प्रवक्ता ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने धारा 370 पर भी पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत की संप्रभुता को कमजोर करने वाले रुख अपनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिंधु जल संधि (IWT) के तहत पाकिस्तान को 80 प्रतिशत पानी दिया और हर बार पाकिस्तान के पक्ष में झुकी हुई दिखाई दी। पूनावाला ने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस असल में इंडियन नेशनल कांग्रेस नहीं, बल्कि इस्लामाबाद नेशनल कांग्रेस है।” भाजपा का कहना है कि यह रुख दर्शाता है कि कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर पाकिस्तान के हितों को तवज्जो देती है। इन आरोपों ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है तथा एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।