Oracle layoffs का नया दौर: क्लाउड और अन्य टीमों में कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा, चिंता बढ़ी

Oracle layoffs: हाल ही में ऑरेकल कंपनी ने वैश्विक स्तर पर लगभग 3,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इसका मुख्य कारण कंपनी का कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर बढ़ता निर्भरता और संगठनात्मक ढांचे में सुधार बताया जा रहा है। भारत में ऑरेकल के लगभग 30,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं और अब कंपनी ने भारतीय कर्मचारियों पर भी छंटनी शुरू कर दी है। वैश्विक पुनर्गठन के तहत पिछले सप्ताह 100 से अधिक कर्मचारियों को अपने पद से मुक्त किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, क्लाउड समेत अन्य विभागों से भी कर्मचारियों को हटाया जा रहा है और यह संख्या बढ़कर सैकड़ों तक पहुंच सकती है।
छंटनी के पीछे का कारण
ऑरेकल ने छंटनी किए गए कर्मचारियों को भेजे गए पत्र में बताया है कि यह कदम संगठनात्मक बदलाव का हिस्सा है। पत्र में कहा गया है कि इस निर्णय का उद्देश्य संचालन को सरल बनाना और बदलती परिस्थितियों के अनुसार कंपनी को ढालना है। इसलिए जिस पद पर आप कार्यरत हैं, वह अब कंपनी के लिए आवश्यक नहीं रहा। कंपनी का यह कदम तकनीकी बदलावों, खासकर AI के बढ़ते इस्तेमाल को ध्यान में रखकर लिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि इस प्रक्रिया में प्रदर्शन का कोई मुद्दा नहीं था, बल्कि तकनीकी बदलाव और लागत नियंत्रण मुख्य कारण हैं।
वेतन और अन्य लाभ
ऑरेकल ने प्रभावित कर्मचारियों को हर पूर्ण सेवा वर्ष के लिए 15 दिन का वेतन सेवरेंस बेनिफिट के रूप में देने का वादा किया है। इसके अलावा, एक वर्ष तक का मेडिकल इंश्योरेंस कवर भी दिया जाएगा। कंपनी में 15 से 20 साल तक काम कर चुके वरिष्ठ कर्मचारियों पर भी इस छंटनी का असर पड़ा है। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें गार्डन लीव के साथ सौहार्दपूर्ण विदाई दी गई, जबकि कई कर्मचारियों ने इसे अचानक और चौंकाने वाला अनुभव बताया।
कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
रिपोर्ट्स के अनुसार, छंटनी किए गए कर्मचारियों का मानना है कि यह निर्णय तकनीकी बदलावों के कारण लिया गया है। खासकर AI के बढ़ते उपयोग के चलते कंपनी लागत घटाने के लिए यह कदम उठा रही है। कर्मचारी बताते हैं कि प्रदर्शन का इस छंटनी में कोई रोल नहीं था। हालांकि यह प्रक्रिया कई कर्मचारियों के लिए झटका साबित हुई है, लेकिन कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रभावित कर्मचारियों को वित्तीय और बीमा लाभ प्राप्त हों। यह कदम संगठन के भविष्य की दिशा और तकनीकी बदलावों के अनुकूल होने का संकेत भी देता है।