India US Trade Deal: पियूष गोयल की अमेरिका में दूसरी बैठक! जुलाई तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते की उम्मीद

India US Trade Deal: कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पियूष गोयल ने वाशिंगटन में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लूटनिक से दूसरी बार बैठक की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा हुई। गोयल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह बैठक फलदायक रही और दोनों देश व्यापार के अवसर बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जुलाई 8 तक समझौता संभव
इस बैठक का खास महत्व इसलिए भी है क्योंकि दोनों देश अस्थायी व्यापार समझौते को जुलाई 8 तक पूरा करने पर विचार कर रहे हैं। वाशिंगटन में 4 दिन की मुख्य वार्ता 22 मई को समाप्त हुई। भारत इस समझौते में 26 प्रतिशत शुल्क से पूरी छूट की मांग कर रहा है जबकि अमेरिका ने इस अतिरिक्त शुल्क को 9 जुलाई तक निलंबित रखा है।
अमेरिका में लगने वाले टैरिफ की स्थिति
अमेरिका में सभी देशों के लिए 10 प्रतिशत बुनियादी टैरिफ लागू है। इसके अलावा स्टील, एल्यूमीनियम और ऑटो पार्ट्स पर 25 प्रतिशत शुल्क भी लगता है। अमेरिकी प्रशासन को टैरिफ को कम करने के लिए कांग्रेस की मंजूरी चाहिए। भारत को उम्मीद है कि समझौते के पहले चरण में अमेरिका अपनी कुछ कर्तव्य रियायतें दे सकता है खासकर मजदूर-प्रधान क्षेत्रों के लिए।
2030 तक 500 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य
दोनों देशों ने इस समझौते के पहले चरण को इस साल सितंबर-अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इससे द्विपक्षीय व्यापार 2030 तक 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है। भारत ने इस समझौते में वस्त्र, आभूषण, चमड़ा और कृषि उत्पादों पर शुल्क में छूट मांगी है जबकि अमेरिका ने इलेक्ट्रिक वाहन, वाइन, डेयरी और कृषि उत्पादों पर छूट की मांग की है।
बढ़ते व्यापार घाटे पर अमेरिका की चिंता
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना हुआ है लेकिन इस व्यापार में भारत का अधिक निर्यात होने से अमेरिका को व्यापार घाटा हो रहा है। 2024-25 में भारत का अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष 41.18 बिलियन डॉलर रहा। अमेरिका ने इस बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता जताई है। भारत अभी भी अमेरिकी जीन संशोधित फसलों के आयात को प्रतिबंधित करता है।