India-Afghanistan दोस्ती मजबूत, 5 एम्बुलेंस भेंट, अब 20 और देने की तैयारी, जानिए कारण

India-Afghanistan: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताक़ी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी अफगानिस्तान की हिम्मत की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। मुत्ताक़ी ने न केवल पाकिस्तान बल्कि नाटो देशों, जिनमें अमेरिका भी शामिल है, को भी संदेश दिया कि अफगानिस्तान की स्वतंत्रता और शांति के मार्ग के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने भारत के साथ बेहतर संबंध बनाने की इच्छा व्यक्त की और सभी देशों से सकारात्मक सहयोग की उम्मीद जताई। इस अवसर पर भारत ने अफगानिस्तान को पांच एम्बुलेंस भेंट कर अपनी दोस्ती और मजबूत की। भारत की योजना है कि कुल 20 एम्बुलेंस अफगानिस्तान को प्रदान की जाएँ।
#WATCH | Delhi | Afghanistan FM Mawlawi Amir Khan Muttaqi says, "… The courage of Afghans should not be tested. If someone wants to do this, they should ask the Soviet Union, America and NATO, so that they can explain that it is not good to play games with Afghanistan…"… pic.twitter.com/Ja1DfSkL9m
— ANI (@ANI) October 10, 2025
पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी
मुत्ताक़ी ने दिल्ली में कहा, “अफगानिस्तान सभी देशों के साथ इस्लामिक सिद्धांतों पर आधारित अच्छे संबंध चाहता है। भारत के पास इस सकारात्मक मार्ग पर आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर है। हम आशा करते हैं कि संतुलित नीति अन्य देशों के लिए प्रेरणा बनेगी।” उन्होंने हालिया सीमा हमले का हवाला देते हुए पाकिस्तान की आलोचना की और कहा, “यह हमला सीमा के दूरदराज के क्षेत्रों में हुआ। हम इसे गलत मानते हैं। समस्याओं का समाधान इस तरह नहीं किया जा सकता। हम बातचीत के लिए दरवाजा खुला रखा है, पाकिस्तान को अपने मुद्दों का समाधान खुद करना चाहिए।”
#WATCH | Delhi | Afghanistan FM Mawlawi Amir Khan Muttaqi says, "Regarding Bagram, I have to say that the people of Afghanistan have never accepted foreign military. And they will not accept going further… If someone wants to have ties with us, then they can come through the… pic.twitter.com/MjiJwCiqWP
— ANI (@ANI) October 10, 2025
अमेरिका और नाटो को भी सख्त संदेश
मुत्ताक़ी ने अमेरिका और नाटो को भी कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान 40 साल बाद शांति और प्रगति की राह पर है। किसी को भी इसे परेशान नहीं करना चाहिए। हम एक स्वतंत्र देश हैं। दुनिया को हमारी स्वतंत्रता और शांति के मार्ग का सम्मान करना चाहिए। अफगान की हिम्मत की परीक्षा लेने की गलती न करें। जो लोग ऐसा करना चाहें, वे सोवियत संघ, अमेरिका और नाटो से पूछ लें। वे बता सकते हैं कि अफगानिस्तान के साथ खेलना सही नहीं है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अफगानिस्तान किसी भी सैन्य हस्तक्षेप या बाहरी शक्तियों की उपस्थिति को बर्दाश्त नहीं करेगा। उल्लेखनीय है कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बागराम एयरबेस को पुनः स्थापित करना चाहते थे।
चाबहार पोर्ट और भारत के उपहार
मुत्ताक़ी ने चाबहार पोर्ट को भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार के लिए महत्वपूर्ण मार्ग बताते हुए इसके पुनः संचालन की वकालत की। उन्होंने कहा, “चाबहार पोर्ट एक अच्छा मार्ग है। भारत और अफगानिस्तान को संयुक्त रूप से अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हटाने के लिए काम करना चाहिए। सभी व्यापार मार्ग खुलने चाहिए। यदि यह मार्ग बंद रहेगा, तो भारत-अफगानिस्तान के बीच व्यापार को नुकसान होगा।” इस अवसर पर भारत ने अपनी दोस्ती दिखाते हुए 5 एम्बुलेंस अफगानिस्तान को भेंट की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुत्ताक़ी को ये एम्बुलेंस सौंपते हुए कहा कि यह 20 एम्बुलेंस और अन्य मेडिकल उपकरणों का हिस्सा है, जो अफगान लोगों के प्रति भारत के लंबे समय से चल रहे समर्थन को दर्शाता है।