Gold Price Prediction: गिरते सोने के दाम से मचा हड़कंप! निवेशक कंफ्यूज़ – खरीदें या करें इंतज़ार?

Gold Price Prediction: धनतेरस से पहले रिकॉर्ड ऊँचाई छूने के बाद अब सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। त्योहार के सीज़न में जहाँ सोने के दाम तेजी से बढ़ रहे थे, वहीं अब इसमें मंदी का रुख बना हुआ है। इससे निवेशकों और ग्राहकों के बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या अब सोना खरीदना सही रहेगा या कुछ समय इंतज़ार करना बेहतर होगा। आनंद राठी एंड स्टॉक ब्रोकर्स के कमोडिटी और करेंसी विभाग के एवीपी मनीष शर्मा का कहना है कि आने वाले समय में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है। त्योहारी सीज़न के दौरान जो उछाल देखने को मिला था, वह अब धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।
क्यों गिर रहे हैं सोने के दाम? जानिए मुख्य कारण
पिछले करीब नौ हफ्तों से लगातार बढ़ रहे सोने के दामों में गिरावट की सबसे बड़ी वजह भारत-चीन के बीच व्यापार वार्ताओं में प्रगति और वैश्विक बाजार में बढ़ी आपूर्ति को माना जा रहा है। मनीष शर्मा के अनुसार, इन कारणों से निवेशकों ने मुनाफा वसूली (Profit Booking) शुरू कर दी है, खासकर चांदी के बाजार में। अगस्त 22 से लेकर दिवाली तक सोने और चांदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था। लेकिन जैसे-जैसे अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम हुआ है, वैसे-वैसे निवेशकों ने सोने को ‘सेफ हेवन’ निवेश के रूप में खरीदना कुछ समय के लिए रोक दिया है। यही वजह है कि बाजार में फिलहाल सोने के दामों में नरमी का माहौल बना हुआ है।

फेडरल रिजर्व की नीति बैठक पर नज़र, पर बड़ा असर नहीं दिखेगा
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिन की नीति बैठक बुधवार को समाप्त होगी, जिसके बाद 25 बेसिस पॉइंट की ब्याज दर में कटौती की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का सोने की कीमतों पर बहुत बड़ा असर नहीं पड़ेगा। असली प्रभाव फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयानों और टिप्पणियों से देखने को मिल सकता है। निवेशकों की रणनीति अब उन्हीं संकेतों पर निर्भर करेगी कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था आगे किस दिशा में जाती है। इसी बीच, अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने भी कहा था कि इस हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात में एक संभावित व्यापारिक समझौते पर चर्चा हो सकती है। इस खबर के बाद निवेशकों का रुझान फिलहाल शेयर बाजार की ओर बढ़ गया है, जिससे सोने में निवेश की मांग अस्थायी रूप से घट गई है।
विशेषज्ञों की सलाह: लंबे समय के निवेशकों के लिए मौका
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों में यह गिरावट अस्थायी है और अगले कुछ हफ्तों तक हल्की मंदी जारी रह सकती है। हालांकि, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर है कि वे मौजूदा स्तरों पर धीरे-धीरे खरीदारी शुरू करें। साल के अंत तक डॉलर इंडेक्स में गिरावट और वैश्विक भू-राजनीतिक अस्थिरता के कारण सोने के दामों में दोबारा बढ़ोतरी की संभावना है। इसलिए, निवेशकों को जल्दबाज़ी में बड़े निवेश करने के बजाय धीरे-धीरे सोना खरीदने की रणनीति अपनानी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और मुद्रा उतार-चढ़ाव जारी रहे, तो आने वाले महीनों में सोना फिर से एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में उभर सकता है।
