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Elon Musk on AI: एलन मस्क ने X पर लिखा, जापान का संकट दशकों से गहराता, अब एआई ही उम्मीद

Elon Musk on AI: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने एक बार फिर अपने बयान से सुर्खियां बटोरी हैं। इस बार उन्होंने जापान की जनसंख्या संकट को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। मस्क का कहना है कि जापान में जन्म और मृत्यु दर के बीच का अंतर लगातार बढ़ रहा है और केवल इस साल ही देश की आबादी में लगभग 10 लाख लोगों की कमी हो जाएगी। उन्होंने X.com (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह समस्या दशकों से गहराती जा रही है और अब यह एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक संकट का रूप ले चुकी है। मस्क का मानना है कि इस चुनौती से निपटने का सबसे प्रभावी समाधान कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) हो सकता है।

पिछले 50 वर्षों से जारी गिरावट

मस्क ने स्पष्ट किया कि जापान की जनसंख्या में यह गिरावट कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह प्रक्रिया करीब 50 वर्षों से जारी है। लगातार घटती आबादी का सीधा असर देश के श्रम बल पर पड़ेगा, जिससे आर्थिक विकास की रफ्तार धीमी हो सकती है। इसके अलावा, बुजुर्ग आबादी की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाओं पर भी भारी दबाव पड़ेगा। मस्क के अनुसार, इस जनसांख्यिकीय बदलाव से पैदा हुए अंतर को आधुनिक तकनीकों, खासकर AI की मदद से भरा जा सकता है। AI वृद्ध समाज के लिए एक सहायक साधन बन सकता है, जो देखभाल, स्वास्थ्य निगरानी और विभिन्न सेवाओं के स्वचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इतिहास का सबसे बड़ा वार्षिक गिरावट

जापानी सरकार और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ताज़ा आंकड़ों में देश में जन्म की तुलना में करीब 9 लाख अधिक मौतें दर्ज की गई हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक जनसंख्या गिरावट है। इस स्थिति के कई कारण हैं—कम जन्म दर, महंगी चाइल्डकेयर सेवाएं, विवाह और मातृत्व में देरी, और उम्र बढ़ने के बाद संतान प्राप्ति में कठिनाइयां। इसके साथ ही, कई कंपनियों में परिवार-हितैषी नीतियों की कमी भी युवाओं को मानसिक और शारीरिक दबाव में रखती है, जिससे वे बच्चे पैदा करने से बचते हैं। यह सब मिलकर जापान को एक गंभीर जनसांख्यिकीय संकट की ओर धकेल रहा है।

AI से बदल सकती है तस्वीर

एलन मस्क का मानना है कि श्रम कार्यों का स्वचालन, आधुनिक तकनीक का अधिकतम उपयोग और बुजुर्गों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार इस संकट को काफी हद तक कम कर सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि AI एजेंट, रोबोटिक केयरगिवर्स और स्मार्ट हेल्थ सॉल्यूशंस जापान के लिए “गेम-चेंजर” साबित हो सकते हैं। इन तकनीकों के जरिए न केवल वृद्ध आबादी की देखभाल आसान होगी, बल्कि घटते श्रम बल की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा। मस्क का यह भी कहना है कि यदि इन उपायों को सही ढंग से अपनाया गया, तो जापान कम से कम अपनी जनसंख्या के स्थिरीकरण की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

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