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Dubai Air Show में सनसनी! दो दिन पहले जिसने सबको चकित किया वही Tejas अचानक गिरा

Dubai Air Show में क्रैश होने वाला भारतीय लड़ाकू विमान तेजस ठीक दो दिन पहले तक इस शो का सबसे बड़ा आकर्षण था। सोशल मीडिया पर इसका दो दिन पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तेजस आसमान में शानदार एरोबैटिक्स करता दिख रहा है। लगभग 1 मिनट 6 सेकंड के वीडियो में तेजस बैरल रोल, वर्टिकल क्लाइंब, शार्प टर्न और कई जोखिम भरे स्टंट करता नजर आता है। एयर शो में मौजूद दर्शक इस प्रदर्शन से बेहद प्रभावित हुए थे। लेकिन शुक्रवार को जब तेजस एक बार फिर स्टंट दिखाने के लिए उड़ान भर रहा था, तभी अचानक तकनीकी गड़बड़ी हुई और विमान तेजी से नीचे गिरने लगा। स्थानीय समय अनुसार 2:10 बजे और भारतीय समय अनुसार 3:49 बजे, तेजस जमीन से टकरा गया और हादसा हो गया।

क्रैश का दर्दनाक वीडियो, जमीन से टकराते ही लगी आग—पायलट की मौत

हादसे का एक और वीडियो सामने आया है, जिसने सभी को झकझोर दिया। वीडियो में तेजस कुछ सेकंड पहले तक सामान्य रूप से एरोबैटिक्स करता दिख रहा था, लेकिन अचानक विमान का संतुलन बिगड़ा और वह तेज़ी से नीचे गिरने लगा। जमीन से टकराते ही तेजस आग के गोले में बदल गया। इस हादसे में विमान के पायलट की मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे अपने इस बहादुर पायलट के परिवार के साथ खड़े हैं। दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया जा रहा है। हालांकि प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि विमान में अचानक आई तकनीकी खराबी ने इस त्रासदी को जन्म दिया।

स्वदेशी गौरव तेजस — HAL द्वारा निर्मित हल्का लड़ाकू विमान

तेजस पूरी तरह से भारत में विकसित और निर्मित हल्का लड़ाकू विमान है, जिसका निर्माण हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) करता है। यह विमान आत्मनिर्भर भारत के तहत भारतीय रक्षा क्षमता को strengthen करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जाता है। तेजस एक सिंगल-इंजन, मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जो एयर डिफेंस, स्ट्राइक मिशन और मैरिटाइम रिकॉनिसेंस जैसे ऑपरेशनों के लिए डिजाइन किया गया है। महज दो हफ्ते पहले HAL ने अमेरिकी रक्षा कंपनी GE Aerospace के साथ तेजस के लिए 113 इंजन खरीदने का बड़ा समझौता किया था। इस डील से तेजस कार्यक्रम को और मजबूती मिलने की उम्मीद थी, क्योंकि आने वाले वर्षों में भारतीय वायुसेना के बेड़े में तेजस की संख्या बढ़नी थी।

वायुसेना की जरूरतें और तेजस पर निर्भरता—इंजन सप्लाई में देरी बनी चुनौती

भारतीय वायुसेना के पास फिलहाल 31 स्क्वॉड्रन ही हैं, जबकि उसकी अधिकृत आवश्यकता 42 स्क्वॉड्रन की है। ऐसे में तेजस को भविष्य की रीढ़ माना जा रहा है। फरवरी 2021 में रक्षा मंत्रालय ने HAL से 48,000 करोड़ रुपए की लागत से 83 तेजस Mk-1A विमानों की खरीद के लिए करार किया था। लेकिन GE Aerospace द्वारा इंजन सप्लाई में लगातार देरी से तेजस की डिलीवरी प्रभावित हो रही है। इससे न केवल वायुसेना की रणनीतिक क्षमता पर असर पड़ता है, बल्कि तेजस प्रोजेक्ट की समयसीमा भी चुनौती में आ जाती है। बावजूद इसके, तेजस भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता, वैज्ञानिक क्षमता और रक्षा उत्पादन की ताकत का प्रतीक है—और इस हादसे के बावजूद दुनिया ने दुबई एयर शो में उसके असाधारण कौशल की झलक देखी।

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