Amazon Alexa: गोपनीयता पर हमला! अमेजन पर दर्ज हुआ क्लास एक्शन मुकदमा, जानिए पूरा मामला

Amazon Alexa: दुनिया की जानी-मानी ई-कॉमर्स और टेक्नोलॉजी कंपनी अमेजन एक बार फिर विवादों में घिर गई है। अमेरिका की एक संघीय अदालत ने Alexa यूज़र्स की प्राइवेसी से जुड़े एक बड़े मामले में कंपनी के खिलाफ क्लास एक्शन यानी सामूहिक मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। यह मामला अमेरिका के लाखों यूज़र्स से जुड़ा है जो अमेजन की वॉइस असिस्टेंट सेवा Alexa का इस्तेमाल करते हैं।
जज का फैसला: उपभोक्ताओं के हित में कार्रवाई जरूरी
यूएस डिस्ट्रिक्ट जज रॉबर्ट लासनिक ने अपने फैसले में कहा कि यह मामला सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लाखों यूज़र्स की निजता से जुड़ा है। ऐसे में क्लास एक्शन के रूप में मुकदमा चलाना न्यायसंगत होगा। इस केस में आरोप है कि अमेजन ने यूज़र्स की वॉइस रिकॉर्डिंग को उनके फायदे के लिए इस्तेमाल किया, जो वॉशिंगटन के उपभोक्ता संरक्षण कानून का उल्लंघन है।
Alexa से चुपचाप रिकॉर्डिंग?
Alexa एक ऐसा वर्चुअल असिस्टेंट है जो “Hi Alexa” या “Wake” जैसे कमांड सुनते ही सक्रिय हो जाता है। लेकिन अदालत ने पाया कि अमेजन ने इस तकनीक को इस तरह डिज़ाइन किया है जिससे निजी बातचीत भी रिकॉर्ड हो सकती है। आरोप है कि इन रिकॉर्डिंग्स का उपयोग कंपनी ने कमर्शियल फायदों के लिए किया। वर्ष 2021 में भी अमेजन पर इसी तरह का मामला दर्ज किया गया था।
अमेजन का बचाव और चुप्पी
अमेजन का कहना है कि Alexa को यूज़र की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए डिज़ाइन किया गया है और बिना कमांड के यह किसी भी बातचीत को नहीं सुनता। कंपनी यह भी कह चुकी है कि अब तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है जो यह साबित करे कि Alexa यूज़र्स की निजी बातचीत रिकॉर्ड करता है। हालांकि इस ताजा फैसले पर अमेजन की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
प्राइवेसी के मुद्दे पर टेक कंपनियों की बढ़ती मुश्किलें
Google और Facebook जैसी बड़ी टेक कंपनियां पहले ही प्राइवेसी उल्लंघन के मामलों में घिर चुकी हैं और अब अमेजन का नाम भी इस सूची में शामिल हो गया है। यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि क्या बड़ी टेक कंपनियां वाकई यूज़र्स की निजता का सम्मान करती हैं? आने वाले समय में यह केस तकनीक और कानून के बीच की जंग का बड़ा उदाहरण बन सकता है।