Apple का कमाल! iPhone 17 Series से भारत में रिकॉर्ड सेल का अनुमान, 25% ज़्यादा डिलीवरी

भारत इस साल रिकॉर्ड संख्या में आईफोन बिक्री का गवाह बनने जा रहा है। हाल ही में लॉन्च हुई iPhone 17 Series इस सफलता के पीछे एक बड़ा कारण मानी जा रही है। इंडस्ट्री रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल भारत में आईफोन शिपमेंट 1.5 करोड़ (15 मिलियन) यूनिट तक पहुंच सकती है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 25 प्रतिशत अधिक होगी। 2024 में भारत में लगभग 1.2 करोड़ (12 मिलियन) आईफोन बेचे गए थे। तेजी से बढ़ती मांग और भारत में बढ़ते प्रीमियम स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या ने एप्पल को भारतीय बाजार में और अधिक सक्रिय बना दिया है। साथ ही, एप्पल अब भारत में बने आईफोन विदेशों में भी निर्यात कर रही है, जिससे देश की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर भी सकारात्मक असर पड़ा है।
आंकड़े क्या कहते हैं?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी से जून 2025 के बीच लगभग 70 लाख आईफोन यूनिट भारत में डिलीवर किए गए हैं। अब नए सीरीज़ के लॉन्च और त्योहारों के सीजन के चलते बिक्री में और तेज़ी आने की संभावना है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एप्पल ने कई ऑफर्स शुरू किए हैं, जिनमें अपग्रेड बोनस और विशेष डिस्काउंट स्कीम्स शामिल हैं। हाल ही में लॉन्च हुई iPhone 17 सीरीज़ में कंपनी ने कई बड़े अपग्रेड दिए हैं। खास बात यह है कि इसके बेस मॉडल की स्टोरेज क्षमता 256GB कर दी गई है, जो पहले की तुलना में दोगुनी है। बेहतर बैटरी, कैमरा और प्रोसेसर अपग्रेड भी ग्राहकों को नई सीरीज़ की ओर खींच रहे हैं।
शिपमेंट कितना बढ़ सकता है?
वितरकों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में 60–70 लाख यूनिट्स की डिलीवरी हो चुकी है। अनुमान है कि आने वाले महीनों में यह आंकड़ा दोगुना हो सकता है। मार्केट रिसर्च फर्म Canalys का कहना है कि भारत में आईफोन शिपमेंट 1.42 करोड़ यूनिट तक पहुंच सकता है। वहीं, Counterpoint Research का मानना है कि इस बार आईफोन की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हो सकती है। त्योहारों का सीजन और नई सीरीज़ के फीचर्स इस मांग को और तेज़ी से बढ़ाएंगे।
भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में एप्पल की हिस्सेदारी
भारत में प्रीमियम स्मार्टफोन की मांग लगातार बढ़ रही है और इस ट्रेंड का सबसे बड़ा फायदा एप्पल को मिल रहा है। अनुमान है कि 2025 के अंत तक एप्पल की हिस्सेदारी भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में 8 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। पिछले कुछ वर्षों में यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, क्योंकि भारतीय उपभोक्ताओं में आईफोन की ब्रांड वैल्यू और भरोसा मज़बूत हुआ है। साथ ही, भारत में उत्पादन और यहां से निर्यात की बढ़ती क्षमता एप्पल के लिए नए अवसर पैदा कर रही है। आने वाले समय में यह साफ है कि भारत एप्पल के लिए सबसे बड़े वैश्विक बाज़ारों में से एक बनने जा रहा है।