Agricultural fairs: नरसिंहपुर की काली मिट्टी से निकलेगा नया चमत्कार! क्या बदल जाएगा किसान का भविष्य, उपराष्ट्रपति करेंगे उद्धाटन

Agricultural fairs: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हर दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज्ञान मंत्र को जमीन पर उतारने के लिए नई नई पहल कर रहे हैं। उद्योग सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद अब उन्होंने प्रदेश के किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए कृषि मेलों के आयोजन का संकल्प लिया है।
कृषि उद्योग समागम 2025 की तैयारी
कृषि और बागवानी आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने और खाद्य प्रसंस्करण में निवेश आकर्षित करने के लिए कृषि उद्योग समागम 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में उद्योगपतियों किसान उत्पादक संगठनों और नीति निर्माताओं के बीच संवाद नीति प्रस्तुति और सहयोग के अवसर मिलेंगे।
स्वतंत्रता सेनानी, श्रद्धेय रास बिहारी बोस जी की जयंती पर सादर नमन करता हूं।
मातृभूमि की स्वतंत्रता की अलख जगाने से लेकर आजाद हिंद फौज की स्थापना तक आपने पूरा जीवन मां भारती के लिए समर्पित कर दिया। आप अनंतकाल तक युवाओं के प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। pic.twitter.com/yRwrY4LqMP
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 25, 2025
हर दिन कुछ नया होगा
तीन दिवसीय समागम में हर दिन कुछ नया और खास होगा। किसानों को उन्नत कृषि उपकरणों की जानकारी दी जाएगी और इनका प्रदर्शनी भी लगेगा। दूध उत्पादन मत्स्य पालन और सब्जी उत्पादन की नई तकनीकों पर चर्चा होगी। युवाओं को कृषि आधारित स्टार्टअप्स की जानकारी दी जाएगी ताकि वे अपने नए व्यवसाय शुरू कर सकें।
नर्मदा की काली मिट्टी से नई ऊंचाइयों तक
सरकार खेती को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए किसानों को नई तकनीक और तरीकों से जोड़ रही है। नरसिंहपुर की काली मिट्टी दाल तिलहन और गेहूं जैसी फसलों के लिए प्रसिद्ध है। मेले में जैविक खाद और उर्वरकों के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। सोयाबीन और गन्ने से जुड़े उद्योगों की नई तकनीकों की जानकारी भी दी जाएगी।
कृषि से मजबूत होगी अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का मानना है कि कृषि आधारित उद्योग प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे और किसानों की आय दोगुनी करने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा है कि अगर राज्य में कृषि आधारित उद्योगों का विकास होता है तो ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे।