Acharya Pramodi Krishnam: राहुल गांधी पर रेवंथ रेड्डी का बड़ा बयान, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिया करारा जवाब

Acharya Pramodi Krishnam: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर कब्जा कर लेता। इस बयान के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो हम हिंदुस्तान को पाकिस्तान बना देते।” इस पोस्ट में आचार्य ने राहुल गांधी और रेवंथ रेड्डी दोनों को टैग भी किया।
रेवंथ रेड्डी ने क्या कहा था?
रेवंथ रेड्डी ने अपने बयान में कहा कि अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो इस स्थिति को वे अलग तरीके से संभालते। उन्होंने कहा, “अगर राहुल गांधी पीएम होते तो वे PoK वापस ला लेते। मोदी बिलकुल उस प्रतिबंधित 1000 रुपये के नोट जैसे हैं। हमें राहुल गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है। मोदी हमारे लिए कभी भी युद्ध जीत नहीं सकते। केवल राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनकर ऐसा कर सकते हैं।” रेवंथ ने कांग्रेस पर भी भरोसा जताते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ टकराव के दौरान कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सरकार को पूरा समर्थन दिया।
हिंदुस्तान को भी “पाकिस्तान”
बना देते,
अगर @RahulGandhi PM होते. @revanth_anumula— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) May 31, 2025
तिरंगा रैलियों पर रेवंथ रेड्डी का सवाल
रेवंथ रेड्डी ने भाजपा की तिरंगा रैलियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या ये रैलियां असल में पहलगाम हमले के शहीदों और युद्ध में मारे गए सैनिकों की याद में आयोजित की जा रही हैं या केवल राजनीतिक प्रदर्शन हैं। रेवंथ ने यह भी कहा कि युद्ध केवल भाषण देने का नाम नहीं है, बल्कि इसके लिए साहस, दृढ़ संकल्प और रणनीति की जरूरत होती है।
पीएम मोदी और इंदिरा गांधी की तुलना
रेवंथ रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व की तुलना भी की। उन्होंने कहा, “जब अमेरिका पाकिस्तान का समर्थन कर रहा था तब भी इंदिरा गांधी ने अपने फैसले पर कायम रही और भारत ने 1971 का युद्ध जीतकर पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया। लेकिन आज हमारे 4000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर चीन कब्जा कर चुका है।” उन्होंने यह भी कहा कि आज की राजनीति और नेतृत्व में वह पुरानी ताकत नहीं दिखती जो इंदिरा गांधी के समय थी।
यह बयान राजनीतिक माहौल में नई बहस को जन्म दे सकता है क्योंकि दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने पक्ष को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी और रेवंथ रेड्डी के समर्थक इसे मोदी सरकार की आलोचना के रूप में देख रहे हैं जबकि आचार्य प्रमोद कृष्णम का तंज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पूरे मामले से भारत की राजनीतिक परिस्थितियां फिर से गरमाई हुई नजर आ रही हैं।